शिवपुरी। जिले में सरकारी स्कूलों की इमारतों पर कब्जा कर उनमें भूसा भरने मवेशी बांधने के तो दर्जनों मामले जिले में पूर्व में सामने आते रहे हैं लेकिन हाल ही में पोहरी जनपद के ग्राम पंचायत ककरई के ग्राम बेहरदा में सरकारी स्कूल की इमारत पर दबंगों द्वारा कब्जा कर खुद का मकान और दुकान बनाने का मामला सामने आया है।
खास बात यह है कि स्कूल भवन की इमारत पर पिछले कई सालों से कब्जा है,लेकिन जिम्मेदार पूरी तरह से मौन साधे हुए हैं। मामले की शिकायत कलेक्टर तक को दर्ज करा दी गई है, परंतु अब तक स्कूल को दबंगों के चंगुल से मुक्त नहीं कराया जा सका है।
जानकारी के अनुसार ग्राम बेहरदा में करीब छह साल पहले नवीन स्कूल भवन बनाया गया था। उक्त भवन के निर्माण उपरांत पुरानी इमारत को खाली कर दिया गया तथा स्कूल का संचालन नई इमारत में होने लगा। इसके बाद गांव के दबंग बद्री यादव, पंचम यादव पुत्रगण सीताराम यादव ने स्कूल भवन पर कब्जा कर दिया। धीरे.धीरे पूरा परिवार उक्त भवन में रहने लगा और इसके बाद कुछ अन्य निर्माण कार्य करवा कर वहां दुकान का संचालन भी किया जा रहा है।
गांव के लोग स्कूल विभाग के अधिकारियों के साथ.साथ तहसीलदार और कलेक्टर तक को मामले की शिकायत दर्ज करा चुके हैं। इसके बावजूद आज तक कोई अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। खास बात यह है कि जिस स्कूल भवन पर कब्जा किया गया हैए उस स्कूल के शिक्षक सालों से रोजाना स्कूल आते.जाते हैं। सीएसीश् बीएसी सहित तमाम अधिकारियों ने इन सालों में स्कूल के सैंकड़ों बार निरीक्षण किए हैंए लेकिन किसी ने भी आज तक स्कूल को कब्जा मुक्त कराने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की है।
गांव वाले बोले खुल जाए आंगनबाड़ी केंद्र
ग्रामीणों का कहना है कि एक ओर जहां सरकारी भवन में गांव का दबंग परिवार रह रहा है। वहीं दूसरी ओर गांव की स्थिती यह है कि गांव में अदद आंगनबाड़ी केंद्र तक नहीं है। गांव का आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवन में चल रहा है। जहां बच्चों को न तो ठीक से बैठने के लिए जगह है और न ही खेलने के लिए। अगर इस इमारत को कब्जा मुक्त करवा कर इसमें आंगनबाड़ी केंद्र खुलवा दिया जाए तो बच्चों को तो सुविधा होगी ही साथ ही सरकारी भवन का भी सद्उपयोग हो जाएगा।
इनका कहना है
यह मामला आपके द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया है। मैंने आज ही वह सीएसी को निरीक्षण करने के लिए भेजने के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
शिवांगी अग्रवाल, डीपीसी शिवपुरी