शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष के लिए कई राजनीतिक पंडितों और तमाम कयासो का तोडते हुए पर बिना विरोध के अध्यक्ष की कुर्सी हासिल करने वाली गायत्री शर्मा का नगर पालिका में प्रथम काम के ही विरोध के स्वर उठने लगे है। दरसल नवनिर्वाचित अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने बुधवार को अकेले ही अचानक नगर पालिका पहुंचकर अध्यक्ष का पदभार ग्रहण कर लिया।
नगर पालिका उपाध्यक्ष शिवपुरी उपाध्यक्ष सरोज व्यास की माने तो उन्होंने कोई भी सूचना ना तो पार्षदों को दी और ना ही अध्यक्ष द्वारा उन्हें इस संबंध में कुछ बताया गया। यदि नगर पालिका अध्यक्ष को पदभार ग्रहण करना ही था तो उन्हें इसकी सूचना सभी को देनी थी।सभी पार्षद और उपाध्यक्ष सहित परिषद के जिम्मेदार नगरपालिका पहुंचकर एक साथ मिलकर जिस तरह से चुनाव के बाद नगर पालिका का गठन किया गया।
ठीक उसी तरह से एक राय होकर एक साथ पदभार ग्रहण करते। परंतु नपा अध्यक्ष की सूचना ना मिलने पर गुस्साई सरोज व्यास ने यहाँ तक कहा कि अध्यक्ष गठन के समय पार्षदों का संपूर्ण समर्थन हमारे साथ था। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व के कहने पर हमने त्याग किया। और अध्यक्ष गायत्री शर्मा को स्वीकार किया। ऐसे में गायत्री शर्मा की जिम्मेदारी थी कि वह पदभार ग्रहण करने की बात पार्षदों के साथ.साथ उपाध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व को भी बताती। लेकिन उन्होंने इसकी सूचना किसी को नहीं दी।
इनका कहना हैं
सामूहिक लेंगे शपथ आज मुहूर्त निकाला था, इस वजह से पदभार ग्रहण करने नगरपालिका चली गई। जल्द ही हम सब सामूहिक शपथ ग्रहण करेंगे।
गायत्री शर्मा,नपाध्यक्ष
सभी पार्षद आहत हैं उनके इस व्यवहार से सभी पार्षद आहत है। ऐसे, परिषद में मिलजुल कर कैसे कार्य करेंगे।
सरोज व्यास नपा उपाध्यक्ष शिवपुरी
सब एक हैं और रहेंगे हमारी नवनिर्वाचित परिषद हमेशा एक रही है और एक रहेगी। .
राजू बाथम, जिला अध्यक्ष, भाजपा शिवपुरी।