शिवपुरी। जिले के सिरसौद थाना क्षेत्र के गहलोनी गांव में बीते तीन अगस्त को चुनाव को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया था। जिसमें एक भूरा पुत्र रोरी आदिवासी को गोली भी लगी थी। जिसे उपचार के लिए शिवपुरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सिरसौद थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
राजीनामा का बना रहे दबाव
भुरा आदिवासी की मां मित्ति आदिवासी ने आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। मित्ति आदिवासी का कहना है कि 3 अगस्त को वह अपनी आंखों का इलाज कराने के लिए गुना गई थी, तभी गांव में उसका बेटा भुरा आदिवासी अकेला था उसे एक गांव के ही दबंग कल्लू रावत पुत्र पंजाबी और सुन नरेश रावत बंटी रावत लल्लू रावत भूरा रावत भूपेंद्र उर्फ भोलाराम अपने साथ ले गए थे।
इन दबंगों ने उसे पहले बंधक बनाकर जमकर पीटा जब उसका बेटा जान बचाकर भाग रहा था तो उस पर कट्टे से गोली चला दी। जिसमें उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसे उपचार के लिए शिवपुरी के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मित्ति आदिवासी ने बताया कि आप उसके परिवार पर राजीनामा के लिए दबाव बनाया जा रहा है। लगातार पैसे लेकर बयान बदलने की धमकी मिल रही है। उसका बेटा फिलहाल जिला अस्पताल में भर्ती है। जहां उसका उपचार जारी है लेकिन आरोपी पक्ष अस्पताल में भी बार.बार आ रहे हैं और उसकी जल्द से जल्द छुट्टी करवाने के लिए दबाव बना रहे हैं। जिसके बाद वह उसके बेटे को धमकाकर राजीनामा कर सकें। मित्ति आदिवासी ने बताया कि सिरसौद थाना पुलिस भी उसकी कोई मदद नहीं कर रही है। इसी के चलते वह अपनी फरियाद लेकर एसपी ऑफिस पहुंची है।
ये था मामला
पंचायत चुनाव के दौरान गहलौनी की लक्ष्मी रावत सरपंच पद के लिए चुनाव में खड़ी हुई थी। इसके विरोध में जमोनिया गांव की ललिता यादव चुनाव मैदान में थी। इसी क्रम में गहलौनी के कल्लू रावत के परिवार ने ललिता यादव को वोट देते हुए उसका समर्थन किया था।
इसी बात को लेकर उसकी लक्ष्मी रावत के परिवार से ठन गई। 3 अगस्त देर शाम दोनों परिवारों में खूनी संघर्ष हो गया था। लक्ष्मी रावत के बेटे संजय रावत सहित अरविंद रावत, रामदयाल रावत, रंजीत रावत, रणवीर रावत, कमल रावत, दिलीप रावत, दीपू रावत ने कल्लू रावत से मारपीट कर दी। बचाने के लिए नरेश उर्फ पंजाबी रावत, भूपेंद्र रावत, सुरेश रावत आदि आए तो उनके साथ भी मारपीट कर दी गई।
पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से प्रकरण कायम कर लिया था। एक.पक्ष के गंभीर रूप से घायल नरेश रावत, भूपेंद्र रावत, कल्लू रावत, सुरेश रावत को इलाज के लिए जिला अस्पताल भर्ती करवाया गया था। इसी दौरान गांव का एक आदिवासी युवक भूरा पुत्र रोरी लाल आदिवासी उम्र 28 साल पैर में गोली लगी थी।