शिवपुरी। 15 अगस्त को पुरानी शिवपुरी में रहने वाली प्राइवेट टीचर मुस्कान संदिग्ध हालत में घायल अवस्था में पड़ी मिली थी,मुस्कान बेहोश थी, हेड इंजरी के कारण ग्वालियर रेफर कर दिया।
जहां उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था होश में आने से पहले ही मुस्कान की वेंटीलेटर पर ही मौत हो गई। पुलिस सिर्फ इतना पता कर सकी की वह किसी युवक के साथ बाइक से करबला की ओर गई थी,फिलहाल असली घटना मुस्कान की मौत के साथ दफन हो गई।
विदित हो कि इमामबाड़ा क्षेत्र में निवासरत अशफाक खान की 17 वर्षीय बेटी मुस्कान हवाई पट्टी के सामने स्थित पं. नेहरू स्कूल में पढ़ाने जाती है। वह 15 अगस्त को स्वंतत्रता दिवस के आयोजन के उपरांत वह घर जाने की बात कहकर स्कूल से अकेली निकली, लेकिन घर मुस्कान घर नहीं पहुंची। वह बेहद नाजुक हालत में गंभीर अवस्था में करबला के पास पड़ी मिली।
युवती को उपचार के लिए ग्वालियर रैफर किया गया। वहां युवती ने तीन दिन तक वेंटीलेटर पर जिंदगी और मौत के बीच जद्दोजहद करते हुए गुरुवार की दोपहर दम तोड़ दिया। मुस्कान करबला पर कैसे और किसके साथ पहुंची इसकी पड़ताल के लिए जब आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तो पता चला कि वह एक युवक के साथ बाइक पर जाती हुई दिखी।
वह युवक घटना के बाद से फरार है। इसके बावजूद पुलिस पूरे मामले को बिना किसी तथ्य के एक्सीडेंट मानकर बैठ गई है। जबकि युवती को लेकर जाने वाले युवक से आज तक कोई पूछताछ नहीं की गई है। असल घटना की सच्चाई तो मुस्कान की मौत के साथ ही हमेशा.हमेशा के लिए दफन हो गई है।
विचारणीय पहलू यह है कि एक्सीडेंट से मृतका का जबड़ा टूट गया, सिर में गंभीर चोट आ गई लेकिन शरीर के किसी भी हिस्से में कोई खरौंच तक नहीं आई थी।