शिवपुरी। जिले में सीएम राइज स्कूलों को खोले जाने की तैयारी चल रही है कई जगह सीएम राइज स्कूल खोले भी जा चुके हैं तो कई स्कूलों में स्टाफ भर्ती भी की जा रही है परन्तु शिवपुरी जिले के पिछोर तहसील अंतर्गत आने वाले गणेश खेड़ा केसीएम राइज स्कूल में स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया में घूस लेने के आरोप एक दिव्यांग ने लगाए हैं दिव्यांग ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की है।
मंगलवार को आयोजित हुई जनसुनवाई में पिछोर तहसील के ग्राम गणेश खेड़ा के रहने वाले अमोल सिंह जाटव पुत्र काशीराम जाटव ने सीएम राइस स्कूल के प्राचार्य पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाए हैं। दिव्यांग अमोल जाटव ने बताया कि गणेश खेड़ा मैं स्थित शासकीय हाई स्कूल में वह पिछले 3 वर्षों से चपरासी के रूप में कार्य कर रहा था।
जिसके बाद उक्त स्कूल की घोषणा सीएम राइस स्कूल में बदलने के लिए हुई थी जिसमें पुनः एक बार भर्ती प्रक्रिया को किया जाना था जब उसने अपने कागजात चपरासी के पद के लिए प्राचार्य को सौंपा तो उनके द्वारा एक लाख की मांग की गई उसके पास देने को पैसे नहीं थे तो उसे चपरासी के पद पर नहीं रखा गया जबकि पिछले 3 सालों से वह उसी स्कूल में चपरासी के पद पर पदस्थ था।
अमोल ने बताया उसके पिता का देहांत हो चुका है और वह दिव्यांग है उसकी मां भी है वह भी दिव्यांग है स्कूल से मिलने वाले वेतन से अपनी मां और खुद का पेट भरता था इसके साथ ही वह ठ। का अध्ययनरत छात्र है उसके बाद उसका चयन गणेश खेड़ा के सीएम राइज स्कूल में नहीं किया गया स्कूल के प्राचार्य के द्वारा ऐसे लोगों को भर्ती कर लिया गया है जिन्होंने उन्हें पैसे दिए थे।
इसी की शिकायत लेकर वह कलेक्टर कार्यालय पहुंचा है अगर उसे चपरासी के पद पर रख लिया जाए तो वह अपनी पढ़ाई और अपनी मां का ख्याल रख सकता है साथ ही उसने भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा करने वाले प्राचार्य की जांच करा कर कार्यवाही करने की भी मांग की है।
सीएम राइज स्कूल के प्राचार्य रामनिवास नरवरिया का कहना है कि स्कूल में सफाईकर्मी और सिक्योरिटी गार्ड की भर्ती हुई थी यह भर्ती प्राइवेट एजेंसी एमपी कॉम के द्वारा की गई थी इस भर्ती प्रक्रिया में स्कूल का कोई लेना देना नहीं था। कुछ गाँव व कुछ गांव के आसपास के लोग भर्ती हुए हैं। अमोल जाधव के आरोप निराधार हैं।