शिवपुरी। आजाद हिन्द फौज में सुभाष चंद्र बोस के साथी व पद्म भूषण कर्नल गुरुबख्श सिंह ढिल्लन की शिवपुरी से 10 किमी दूर हातौद गांव में स्थित समाधि स्थल पर महामहिम राज्यपाल मंगू भाई पटेल श्रद्धांजलि देने पहुंचे। जहां उन्होंने स्व श्री ढिल्लन को पुष्पांजलि अर्पित की।
इस दौरान उनके साथ कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और एसपी राजेश सिंह चंदेल सहित दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री प्रहलाद भारतीय नवनिर्वाचित नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा और स्व ढिल्लन के सुपुत्र सर्वजीत सिंह ढिल्लन और परिवार के सदस्य मौजूद रहे। श्रद्धांजलि सभा के पश्चात राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने नवीन आंगनबाड़ी का भूमिपूजन किया।
साथ ही पंचायत में स्थित आंगनबाड़ी व शासकीय स्कूलों का निरीक्षण भी किया। इस दौरान राज्यपाल ने ग्रामीणों से भी संवाद कर उनकी समस्याएं जानी। कार्यक्रम में राज्यपाल ने स्व श्री ढिल्लन के परिवार के सदस्यों के साथ उनके समाधि स्थल पर पौधारोपण भी किया।
अपने तय समय अनुसार आज सुबह साढ़े 9 बजे महामहिम राज्यपाल मंगू भाई पटेल हातोद गांव पहुंचे। जहां कर्नल जी एस ढिल्लन की समाधि स्थल आजाद हिंद पार्क हातोद में श्री ढिल्लन को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान राज्यपाल ने उनके व्यक्तित्व की सराहना करते हुए कहा कि हम सभी लोग आज यहां आकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
आज शिवपुरी की धरा पर स्वतंत्रता संग्राम के परमवीर योद्धा की समाधि स्थल पर पहुंचना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि यह शहीदों का ही प्रताप है कि हम इस सुखद माहौल में सांस ले रहे हैं। हमें आज़ादी की कीमत को समझना होगा। जिन योद्धाओं ने इस आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।
ऐसे वीर योद्धाओं को हमें याद रखना होगा तब हम इस देश के सच्चे और अच्छे नागरिक कहलाएंगे। इस दौरान स्व ढिल्लन के सुपुत्र सर्वजीत ढिल्लन ने कहा कि उनके पिता नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ कदम से कदम मिलाकर देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया और आज उनके पिता का नाम देश के महान लोगों में शामिल है।
उनके पिता ने गुरिल्ला युद्ध के जनक कहे जाने वाले तात्या टोपे को आदर्श मानकर उसी विद्या में महारत हासिल कर दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिए थे। श्रद्धांजलि सभा के पश्चात अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद राज्यपाल मंगू भाई पटेल अशोकनगर मुंगावली के लिए रवाना हुए।
राज्यपाल के आने से आदिवासी महिला की बेटी का नाम लाड़ली लक्ष्मी योजना में जुड़ा
राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम के पश्चात ग्रामीणों से संवाद किया। जिसमें कई ग्रामीणों ने सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें हर योजना का लाभ मिला है।
इसी दौरान एक महिला गिरीजा आदिवासी खड़ी हुई और उसने कहा कि राज्यपाल साहब मैं पिछले काफी समय से अपनी पुत्री का नाम लाड़ली लक्ष्मी योजना में जुड़वाने के लिए मशक्कता करती रही। लेकिन उसका नाम इस योजना में नहीं जुड़ा और आज आप हमारे गांव में आए तो अधिकारियों ने आज ही मेरी पुत्री का नाम इस योजना में जोड़ दिया है। इसके लिए वह आपको धन्यवाद देना चाहती है।