करैरा। मप्र सरकार का अधिकृत लुटेरे विभाग बिजली विभाग का एक और नया कारनामा सामने आया है कि करैरा के मडैया निवासी एक मजदूर के यहां बिजली विभाग ने 4 माह का आंकलित खपत का बिल 45 हजार रुपए भेज दिया,इस बिल को देखकर मजदूर का बिमार पिता की तबीयत और बिगड़ गई जिससे उसे अस्पताल में भर्ती कराना पडा।
आमोलपठा के मजरा भिडक्कुयन की मडैया निवासी चंदन लोधी ने बताया कि पिछले चार माह से उसे बिजली का बिल नहीं दिया गया। अब जब बिल आया तो सीधा 45 हजार रुपये का है। घर में टीवी कूलर पंखा तक नहीं है और सिर्फ तीन सीएफएल ही लगी हैं। चंदन का कहना है कि वह गरीब है और मजदूरी करके अपना घर चला रहा है।
चंदन ने बताया कि उसके पिता पिछले 5 साल से बीमार हैं, और बिस्तर पर लेटे हैं। जब उनको इस बिल के बारे में पता चला तो उनकी हालत और बिगड़ गई है। चंदन का कहना है कि मेरा जबसे बिजली कनेक्शन हुआ था तब एक माह का बिल मैने भरकर चुकता किया था और मेरे पास रसीद भी हैं।
मगर अभी चार माह का बिल है बो मुझे किसी ने हर माह नहीं दिया गया सीधा इकठ्ठा मनमाना थमा दिया। यदि मेरे पास इतना पैसा होता तो वह अपने पिता का इलाज ही करा लेता। चंदन लोधी ने बताया कि उनके गांव में लाइट बहुत ही कम आती है और आंकलित खपत के बिल थमा दिए जाते हैं।
अघोषित कटौती से ग्रामीण परेशान-बिलों में मनमानी
आमोलपठा निवासी विनोद बंशकार-कपिल सोनी मंगल परिहार आदि लोगों ने बताया कि पूरा गांव अघोषित कटौती से परेशान है। कई बार पूरे दिन व रात अघोषित कटौती कर दी जाती है। इन दिनों बारिश के फेर में जैसे ही हल्की बारिश शुरू होती है तो लाइट गुल हो जाती है। हम लोग कई बार बिजली कंपनी के अधिकारियों से शिकायत कर चुके है। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती।
आमोलपठा के मजरा भिडक्कुयन की मडैया निवासी चंदन लोधी ने बताया कि पिछले चार माह से उसे बिजली का बिल नहीं दिया गया। अब जब बिल आया तो सीधा 45 हजार रुपये का है। घर में टीवी कूलर पंखा तक नहीं है और सिर्फ तीन सीएफएल ही लगी हैं। चंदन का कहना है कि वह गरीब है और मजदूरी करके अपना घर चला रहा है।
चंदन ने बताया कि उसके पिता पिछले 5 साल से बीमार हैं, और बिस्तर पर लेटे हैं। जब उनको इस बिल के बारे में पता चला तो उनकी हालत और बिगड़ गई है। चंदन का कहना है कि मेरा जबसे बिजली कनेक्शन हुआ था तब एक माह का बिल मैने भरकर चुकता किया था और मेरे पास रसीद भी हैं।
मगर अभी चार माह का बिल है बो मुझे किसी ने हर माह नहीं दिया गया सीधा इकठ्ठा मनमाना थमा दिया। यदि मेरे पास इतना पैसा होता तो वह अपने पिता का इलाज ही करा लेता। चंदन लोधी ने बताया कि उनके गांव में लाइट बहुत ही कम आती है और आंकलित खपत के बिल थमा दिए जाते हैं।
अघोषित कटौती से ग्रामीण परेशान-बिलों में मनमानी
आमोलपठा निवासी विनोद बंशकार-कपिल सोनी मंगल परिहार आदि लोगों ने बताया कि पूरा गांव अघोषित कटौती से परेशान है। कई बार पूरे दिन व रात अघोषित कटौती कर दी जाती है। इन दिनों बारिश के फेर में जैसे ही हल्की बारिश शुरू होती है तो लाइट गुल हो जाती है। हम लोग कई बार बिजली कंपनी के अधिकारियों से शिकायत कर चुके है। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती।
यह बोले जिम्मेदार
हां मेरे पास चंदन ने ज्यादा बिल आने की शिकायत की है। हम उस आवेदन की जांच करवा रहे है। संबंधित को उचित बिल ही दिया जाएगा।
हरिओम शंकर यादव जेई बिजली कंपनी करैरा।
हां मेरे पास चंदन ने ज्यादा बिल आने की शिकायत की है। हम उस आवेदन की जांच करवा रहे है। संबंधित को उचित बिल ही दिया जाएगा।
हरिओम शंकर यादव जेई बिजली कंपनी करैरा।