शिवपुरी। जिले में शासकीय स्कूलों में पदस्थ शिक्षक किस हद तक लापरवाह हैं इसका उदाहरण बुधवार को शिवपुरी विकासखंड के ग्राम खाँदी में नजर आया। जिस स्कूल में शुक्रवार को मतदान होना है उस स्कूल पर निरीक्षण के लिए पहुंचे जनशिक्षक को ताला लटका मिला। न तो स्कूल का संचालन होता मिला और न ही चार शिक्षकों में से एक भी शिक्षक स्कूल पर मौजूद था। खास बात यह है कि जब निरीक्षण को पहुंचे जनशिक्षक ने स्कूल के प्रभारी को फोन लगाया तो उन्होंने फोन तक उठाना उचित नहीं समझा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को जन शिक्षक संतोष सिंह सेंगर दोपहर दो बजे शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला खांदी के निरीक्षण पर पहुंचे तो वहां स्कूल में पदस्थ चार शिक्षकों में से एक भी शिक्षक मौजूद नहीं था और न ही कोई छात्र। स्कूल पर ताला लटका हुआ था। इस दृश्य से यह तो स्पष्ट था कि स्कूल का संचालन नहीं किया जा रहा है।
जनशिक्षक ने जब शाला प्रभारी अखिलेश्वर सिंह ठाकुर को फोन लगाया तो उन्होंने फोन उठाना तक उचित नहीं समझा। जनशिक्षक ने जांच प्रतिवेदन बीआरसीसी अंगद सिंह तोमर को भेज दिया है। खास बात यह है कि एकीकृत माध्यमिक विद्यालय खांदी में 8 जुलाई को मतदान होना है। इस स्कूल में प्रशासन ने दो मतदान केंद्र बनाए हैं। ऐसे में स्कूल में बिजली, पानी, शौचालय, की उचित व्यवस्था के साथ-साथ गुरुवार को यानि की आज पहुंचने वाले मतदान दलों की व्यवस्था किया जाना है। इसके बावजूद स्कूल के पूरे स्टाफ द्वारा इस तरह की लापरवाही किया जाना बेहद गंभीर है।
क्यों न आपके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए
जन शिक्षक द्वारा किए गए जांच प्रतिवेदन के आधार पर बीआरसीसी अंगद सिंह तोमर ने शाला प्रभारी अखिलेश्वर सिंह ठाकुर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में उल्लेख है कि आपकी शाला निरीक्षण में बंद पाई गई। आपने जनशिक्षक का फोन भी नहीं उठाया। आपकी संस्था पर मतदान किया जाना है। ऐसे में जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा शाला खोले रखे रहने के लिए निर्देशित किया है। BRCC ने स्कूल प्रभारी से 7 जुलाई शाम 5 बजे तक संपूर्ण स्टाफ के साथ स्पष्टीकरण मांगा है।