अशोक कोचेटा@ शिवपुरी। पाश्र्वनाथ श्वेताम्बर जैन मंदिर के दो दिवसीय ध्वजारोहण समारोह के अंतिम दिन विजय मुर्हुत में पूर्ण विधि विधान के साथ प्राचीन जैन मंदिर के शिखर पर जैनाचार्य श्री कुलचंद्र विजय जी महाराज के निर्देशन में ध्वजा चढ़ाई गई। इस अवसर पर जैन समाज के सैकड़ों लोग उपस्थित थे। जिन्होंने हर्ष ध्वनि और तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ इस धार्मिक क्रिया का अनुमोदन किया।
ध्वजारोहण कार्यक्रम के लाभार्थी मानमल-मोहनमल-अजय कुमार और संजय सांखला परिवार थे। प्रतिवर्ष ध्वजारोहण कार्यक्रम शासन रत्न मनोज कुमार, बाबूलाल हरण की प्रेरणा से होता है। लेकिन पहली बार ध्वजारोहण कार्यक्रम में जैनाचार्य की उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा में चारचांद लग गए।
130 वर्ष पुराने पाश्र्वनाथ श्वेताम्बर जैन मंदिर पर प्रतिवर्ष होने वाले दो दिवसीय ध्वजारोहण कार्यक्रम का शुभारंभ कल धार्मिक भक्ति और श्रृद्धा के साथ हुआ। ध्वजारोहण समारोह के पहले दिन कोर्ट रोड स्थित पाश्र्वनाथ जैन मंदिर से भगवान पाश्र्वनाथ का वरघोड़ा नगर के प्रमुख मार्गों से निकाला गया।
वरघोडे में भगवान पाश्र्वनाथ की प्रतिमा चांदी के सुंदर रथ पर आसीन थी। चल समारोह में आचार्य कुलचंद्र सूरिश्वर जी महाराज साहब ठाणा 4 और विदुषी साध्वी श्री शासन रत्ना श्री जी महाराज साहब ठाणा 6 भी उपस्थित थे। वरघोडे में सैकड़ों की संख्या में स्त्री, पुरूष और बच्चे उपस्थित थे। चल समारोह कोर्ट रोड से प्रारंभ होकर कस्टम गेट, सदर बाजार, गांधी चौक, माधव चौक, कोर्ट रोड़ होता हुआ पाश्र्वनाथ जैन मंदिर पहुंचा। चल समारोह का स्थान-स्थान पर जोरदार स्वागत किया गया।
पाश्र्वनाथ जैन मंदिर पर पूजन के कार्यक्रम हुए और इसके पश्चात साधार्मिक वात्सल्य का आयोजन हुआ। सुबह 9 बजे से नवकारसी के पश्चात भगवान का वरघोड़ा निकाला गया। जिसमें जैन साधु और साध्वियों के अलावा बड़ी संख्या में श्रावक और श्राविकाएं भी उपस्थित थीं। स्थान-स्थान पर धर्माबलंबियों ने भगवान पाश्र्वनाथ और आचार्य कुलचंद्र सूरि जी महाराज साहब को वंदन किया और उनसे आर्शीवाद ग्रहण किया।
चल यात्रा के लगभग एक किमी लंबे मार्ग में भक्ति भाव के साथ स्त्री और पुरूष ने नृत्य कर पूरे वातावरण को धर्ममय बना दिया। ध्वजारोहण कार्यक्रम के दूसरे दिन 4 जुलाई सोमवार को सुबह 7 बजे से पाश्र्वनाथ जैन मंदिर में स्नात्र पूजा का कार्यक्रम सुबह साढ़े 8 बजे से सत्तरभेदी पूजन हुआ और सुबह साढ़े 10 बजे शुभ मुर्हुत में ध्वजारोहण लाभार्थी परिवार मानमल-मोहनमल-अजय कुमार, संजय कुमार, अनिध्या, निहिर सांखला परिवार शिवपुरी द्वारा चढ़ाई गई।
दादा बाड़ी पर ध्वजारोहण लाभार्थी परिवार लवलीत, विशाल, नवनीत, दीपाली, श्वेता, अंकिता, प्रिंयका, अतिशा, मनीला, पूर्णिमा, पुलकित और मोक्षा द्वारा चढ़ाई गई। गुरू मंदिर पर ध्वजारोहण लाभार्थी परिवार सुरेंद्र कुमार, मंजू, नितिन, दीपिका, दीपम, निधि, अंकित, मितिका, प्रणेय, धु्रविका, रिधिका सांखला परिवार ने किया।
ध्वजारोहण कार्यक्रम के लाभार्थी मानमल-मोहनमल-अजय कुमार और संजय सांखला परिवार थे। प्रतिवर्ष ध्वजारोहण कार्यक्रम शासन रत्न मनोज कुमार, बाबूलाल हरण की प्रेरणा से होता है। लेकिन पहली बार ध्वजारोहण कार्यक्रम में जैनाचार्य की उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा में चारचांद लग गए।
130 वर्ष पुराने पाश्र्वनाथ श्वेताम्बर जैन मंदिर पर प्रतिवर्ष होने वाले दो दिवसीय ध्वजारोहण कार्यक्रम का शुभारंभ कल धार्मिक भक्ति और श्रृद्धा के साथ हुआ। ध्वजारोहण समारोह के पहले दिन कोर्ट रोड स्थित पाश्र्वनाथ जैन मंदिर से भगवान पाश्र्वनाथ का वरघोड़ा नगर के प्रमुख मार्गों से निकाला गया।
वरघोडे में भगवान पाश्र्वनाथ की प्रतिमा चांदी के सुंदर रथ पर आसीन थी। चल समारोह में आचार्य कुलचंद्र सूरिश्वर जी महाराज साहब ठाणा 4 और विदुषी साध्वी श्री शासन रत्ना श्री जी महाराज साहब ठाणा 6 भी उपस्थित थे। वरघोडे में सैकड़ों की संख्या में स्त्री, पुरूष और बच्चे उपस्थित थे। चल समारोह कोर्ट रोड से प्रारंभ होकर कस्टम गेट, सदर बाजार, गांधी चौक, माधव चौक, कोर्ट रोड़ होता हुआ पाश्र्वनाथ जैन मंदिर पहुंचा। चल समारोह का स्थान-स्थान पर जोरदार स्वागत किया गया।
पाश्र्वनाथ जैन मंदिर पर पूजन के कार्यक्रम हुए और इसके पश्चात साधार्मिक वात्सल्य का आयोजन हुआ। सुबह 9 बजे से नवकारसी के पश्चात भगवान का वरघोड़ा निकाला गया। जिसमें जैन साधु और साध्वियों के अलावा बड़ी संख्या में श्रावक और श्राविकाएं भी उपस्थित थीं। स्थान-स्थान पर धर्माबलंबियों ने भगवान पाश्र्वनाथ और आचार्य कुलचंद्र सूरि जी महाराज साहब को वंदन किया और उनसे आर्शीवाद ग्रहण किया।
चल यात्रा के लगभग एक किमी लंबे मार्ग में भक्ति भाव के साथ स्त्री और पुरूष ने नृत्य कर पूरे वातावरण को धर्ममय बना दिया। ध्वजारोहण कार्यक्रम के दूसरे दिन 4 जुलाई सोमवार को सुबह 7 बजे से पाश्र्वनाथ जैन मंदिर में स्नात्र पूजा का कार्यक्रम सुबह साढ़े 8 बजे से सत्तरभेदी पूजन हुआ और सुबह साढ़े 10 बजे शुभ मुर्हुत में ध्वजारोहण लाभार्थी परिवार मानमल-मोहनमल-अजय कुमार, संजय कुमार, अनिध्या, निहिर सांखला परिवार शिवपुरी द्वारा चढ़ाई गई।
दादा बाड़ी पर ध्वजारोहण लाभार्थी परिवार लवलीत, विशाल, नवनीत, दीपाली, श्वेता, अंकिता, प्रिंयका, अतिशा, मनीला, पूर्णिमा, पुलकित और मोक्षा द्वारा चढ़ाई गई। गुरू मंदिर पर ध्वजारोहण लाभार्थी परिवार सुरेंद्र कुमार, मंजू, नितिन, दीपिका, दीपम, निधि, अंकित, मितिका, प्रणेय, धु्रविका, रिधिका सांखला परिवार ने किया।