शिवपुरी। कोतवाली थानांतर्गत सप्ताह भर पहले एक सड़क हादसे में घायल होने के बाद ग्वालियर रैफर हुए युवक की उपचार के दौरान मंगलवार को मौत हो गई। युवक के पीएम के बाद उसके स्वजनों ने लाश शिवपुरी लाकर ग्वालियर वायपास चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। मृतक के स्वजनों का आरोप है कि युवक की मौत सड़क हादसे में घायल होने के कारण नहीं बल्कि कावड़ियों की पिटाई के कारण आई चोटों की वजह से हुई है।
इस मामले में आरोपित कावड़ियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज करने की मांग मृतक के स्वजन कर रहे थे। उनका कहना था कि जब तक पुलिस आरोपियों पर हत्या का प्रकरण दर्ज नहीं करेगी तब तक वह जाम हटाने वाले नहीं हैं।
जानकारी के अनुसार ठकुरपुरा निवासी आशीष पुत्र महेश जाटव उम्र 17 साल निवासी ठकुरपुरा माडल स्कूल के पास 21 जुलाई की रात प्राप्त अपनी छोटी बहन के लिए दवा लेने गया था। इसी दौरान कमलागंज में उसकी बाइक कुछ काबड़ियों से टकरा गई। हादसे में कावड़ियों के साथ.साथ आशीष को भी गंभीर चोट आईं। इस मामले में पुलिस ने कावड़ियों की शिकायत पर आशीष के खिलाफ लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने का मामला दर्ज कर लिया था।
कावड़िया प्राथमिक उपचार के बाद अपने गंतव्य की ओर इंदौर चले गए। वहीं आशीष को गंभीर चोटों के कारण ग्वालियर रेफर करना पड़ा। ग्वालियर में उपचार के दौरान मंगलवार को आशीष की मौत हो गई। पुलिस ने आशीष का पीएम करवा कर लाश शिवपुरी रवाना कर दी। आशीष के स्वजनों व भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने लाश को ग्वालियर बाइपास पर रख कर जाम लगा दिया।
प्रदर्शन में शामिल अरुण आजाद नामक युवक का कहना है कि वह उस दिन आशीष के साथ मौजूद था। उसके अनुसार हादसे के बाद कावड़ियों और उनके साथियों ने आशीष की निर्मम मारपीट की थी। इस मारपीट में आशीष के सिर में बेहद गंभीर चोट आई थीं। इन्हीं चोटों के कारण आशीष की मौत हुई है। ऐसे में उक्त लोगों के खिलाफ हत्या का प्रकरण कायम किया जाए जिन्होंने आशीष की मारपीट की थी। आशीष अपने पिता का इकलौता बेटा थाए जबकि उनकी एक बेटी और है जो बहुत छोटी है। आशीष के स्वजनों का कहना था कि हमारे घर का चिराग काबड़ियों की पिटाई के कारण बुझा है।
CCTV कैमरे चेक करें तो हो जाएगा सब साफ
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि जिस जगह पर यह घटना हुई थी उस जगह कई सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। पुलिस सभी सीसीटीवी कैमरे चेक कर उनकी फुटेज निकलवा लें। कैमरों की फुटेज से खुद व खुद स्पष्ट हो जाएगा कि आशीष को चोट पिटाई के कारण आई हैं या मारपीट के कारण। वहीं पुलिस का कहना है कि अगर संबंधित पक्ष पर कोई भी लक्ष्य है तो वह उपलब्ध करवा दें। हम आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण कायम कर लेंगे।
बिना हेलमेट का जुर्माना पांच हजार करो
स्वजनों ने ग्वालियर के निजी अस्पताल पर भी रुपये ऐंठने के आरोप लगाए। उनका कहना था कि आशीष को मरने के बाद भी वेंटिलेटर पर रखा और हमसे रुपये लूटते रहे। उसकी बहन काजल सिकरवार ने कहा कि आशीष ने यदि हेलमेट पहना होता तो आज ऐसा नहीं होता। उसने एसडीओपी से कहा कि हेलमेट पहनने को लेकर अभियान चलाएं और जुर्माना पांच हजार रुपये करें जिससे किसी और को अपना भाई न खोना पड़े।
इनका कहना है
हमने सभी सीसीटीवी फुटेज चैक कर लिए हैं। किसी भी सीसीटीवी फुटेज में मारपीट का कोई भी वीडियो नहीं है। अगर संबंधित पक्ष के पास कोई वीडियो या कोई ऐसा साक्ष्य है जिससे आशीष की मारपीट किया जाना प्रकट होता हो तो वह उपलब्ध करवा दें। हम उक्त साक्ष्य के आधार पर आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर देंगे।
अजय भार्गव एसडीओपी शिवपुरी।