शिवपुरी। मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में पोहरी के एक गांव ग्रामीणों ने शिकायत की हैं कि उनके गांव के पास वन विभाग की जमीन है,इस जमीन के रक्षक ही भक्षक बन गए। रेजंर ओर नाकेदार ने मिलकर इस जमीन पर कब्जा करते हुए उस पर खेती कर ली। जिसका काम वन भूमि की रक्षा करना था उन्हें जिम्मेदार लोगों ने उक्त जमीन पर अतिक्रमण कर लिया हैं।
जनसुनवाई में शिकायत करने पहुंचे फत्ते कुशवाह निवासी मेहदेवा नयागांव पोहरी ने बताया कि पोहरी से लगी हुई 80 बीघा भूमि फारेस्ट की है जिसमें तालाब बना हुआ है तथा उक्त भूमि से होकर अन्य गांवों में जाने का आम रास्ता बना हुआ है।
यहां जानवरों व ग्रामीणों को पानी की व्यवस्था के लिए भूमि पर तालाब बना हुआ है। कुशवाह व ग्रामीणों ने बताया कि फॉरेस्ट के रेंजर व नाकेदार गिरिराज ने मिलकर उक्त भूमि को जबरन जोत लिया है और उसमें तिली आदि की फसल बो दी है।
गांव वालों को उक्त भूमि से नहीं निकलने दे रहे तथा जानवरों को भी चरने नहीं जाने देतें व तालाब भी खत्म कर दिया है। जब हमने जमीन को खाली करने को कहा तो रेंजर व नाकेदार झगड़े पर उतारू हो गए। इसलिए मामले में कार्रवाई की जाकर जमीन को मुक्त करवाया जाए।