शिवपुरी। पिछले 2 दशको से टाइगर विहिन हुआ शिवपुरी का माधव नेशनल पार्क में जल्द ही टाइगर की दहाड सुनने को मिलेंगी। बताया जा रहा हैं कि यह टाइगर बांधवगढ़ और कान्हा नेशनल पार्क से शिवपुरी लाए जाएंगे। अगर सब कुछ कार्य योजना के तहत चलता रहा तो शिवपुरी की पर्यटक की ट्रेन जो पटरी से उतर गई हैं वह फिर दौड़ने लगेगी,कुल मिलाकर पर्यटन नगरी शिवपुरी से रूठे हुए पर्यटक पुन:शिवपुरी की ओर आकर्षित होगा।
पार्क में भरपूर भोजन: 1 वर्ग किमी में 34 जानवर
पार्क में मौजूद वन्य प्राणियों की गणना के आधार पर खुलासा हुआ है कि यहां हर 1 वर्ग किमी में 34 शाकाहारी वन्य जीव मौजूद हैं। इसी कारण ही पार्क में टाइगर लाने का रास्ता भी साफ हाे गया है। अब फ्री रेंज में 3 बाघ लाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसलिए बलारी के जंगल में 4-4 हेक्टेयर के दो बाड़े बनाए जा रहे हैं।
माधव नेशनल पार्क की पूर्व रेंज स्थित बलारी के जंगल में बाड़े बनाने का काम चल रहा है। पार्क अधिकारियों ने बताया कि जल्द बाड़े बनाकर तैयार कर लेंगे, उसी के साथ दो मादा टाइगर और एक नर टाइगर लाने की तारीख भी तय हो जाएगी। इन बाड़ों में बाघों को 8 से 10 दिन तक रखकर नेशनल पार्क के माहौल में ढाला जाएगा। इसके बाद बाघों को खुला छोड़ देंगे जो नेशनल पार्क के किसी भी हिस्से में स्वच्छंद घूमेंगे और भोजन के लिए शाकाहारी वन्य जीवों का शिकार आसानी से कर सकेंगे।
दूसरी ओर टाइगर सफारी के लिए भी तरफ भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ इनवायरमेंट फॉरेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज सेंट्रल जू अथॉरिटी के सचिव ने 4 जुलाई को लेकर जारी कर दिया है। अब टाइगर सफारी का काम शुरू करने के लिए रास्ता साफ हो गया है।
बांधवगढ़ और कान्हा नेशनल पार्क से शिवपुरी लाए जाएंगे टाइगर
फ्री रेंज के लिए तीन बाघ बांधवगढ़ और कान्हा नेशनल पार्क से लाने की योजना है। मादा टाइगर किस पार्क और नर टाइगर किस पार्क से लाना है, यह अभी तय नहीं हो सका है। बाड़े तैयार होने के बाद सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। फ्री रेंज में टाइगर लाने के लिए प्लानिंग हो गई है
इनका कहना हैं
इसके लिए बलारी के जंगल में दो बाड़े बना रहे हैं। बांधवगढ़ या कान्हा से टाइगर लाने है, इसके लिए विशेषज्ञों की राय के आधार पर टाइगर व टाइग्रेस लाए जाएंगे। टाइगर लाने से पहले हम दो हजार हैक्टेयर से अतिक्रमण हटा चुके हैं।
सीएस निनामा, संचालक, माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी