शिवपुरी। मानव तस्करी के लिए बदनाम शिवपुरी जिले में फिर एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें एक आदिवासी महिला को उसकी सगी भाभी ने शिवपुरी पिपरसमा के तीन लोगों के साथ मिलकर मानव तस्कर गैंग को 50 हजार रुपये में बेच और आपस में रुपयों का बंटवारा भी कर लिया ।
करई गाँव के मनोज आदिवासी ने सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन व पुलिस अधीक्षक शिवपुरी को शिकायती आवेदन सौंपते हुए बताया कि उसकी पत्नी को मानव तस्करों द्वारा 50 हजार रुपये में राजस्थान के कोटा में बेचने के बाद रुपयों का हिस्सा बाँट कर लिया है उन 4 लोगों पर कार्यवाही करने व पत्नी को वापस दिलवाने का आग्रह किया है।
पुलिस अधीक्षक को दिए आवेदन में प्रार्थी सुरवाया थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम करई गाँव के मनोज आदिवासी ने बताया कि उसकी शादी सन 2018 में अमोला ग्राम की सोना आदिवासी के साथ रीति –रिवाज के साथ सम्पन्न हुई थी, वह अपनी पत्नी के साथ प्रेम पूर्वक जीवनयापन कर रहा था।घर में किसी बात की कोई दिक्कत किसी को नहीं थी ।
गत 14 जून को उसकी पत्नी सोना आदिवासी को बुआ की लडकी की शादी में सम्मिलित होने बस में उसने सायं 5 बजे करई से बैठाया था .जब रात्री को बुआ के यहाँ शादी में पहुंचा तो वहां उसे उसकी पत्नी सोना नहीं मिली इस पर बुआ ने कहा कि सोना यहाँ आई ही नहीं है .उसे सभी जगह ढूंढा मगर उसका कहीं पता नहीं चला ।
उसने आवेदन में बताया कि शंका के आधार पर सोना की भाभी राजवती से जब सभी ने पूछा तो उसने सभी के सामने बताया कि उसे सतीश रावत निवासी पिपरसमा एवं उसके दो अन्य साथियों ने कोटा राजस्थान में ले जाकर बेच दिया है और उसके एवज में 50 हजार रुपये ले लिए हैं जिनमे से 20 हजार रूपये उसे भी सतीस रावत ने बेचने के बाद हिस्से के दिए हैं . 10 हजार फूफा नाम के आदमी ने लिए हैं राजवती ने बताया कि सोना शिवपुरी के तीन लोगों द्वारा बेच दी गई है और वह राजस्थान के लोगों को बेची गई है .
इसके बाद घरवालों ने जब राजवती से सतीश रावत को फोन लगवाया तो उन्होंने जो बात की वो सभी की रिकॉर्डिंग कर ली जिससे उसकी पत्नी सोना के बेचे जाने की बात पूरी तरह स्पष्ट हो रही हैं। मनोज ने बताया कि सहलेज राजवती सभी से कहती रही की उसे वापस बुलवा रही है लेकिन कल रात को राजवती भी अपने घर से भाग गई . उसके सभी जगह ढूंढा मगर वो कहीं भी नहीं मिली।
आज अपनी सास के साथ आये मनोज आदिवासी ने बताया कि मानव तस्कर गैंग ने मेरी पत्नी को बेच डाला जिसमे पत्नी की भाभी राजवती का भी पूरा हाथ है जिसकी मोबाईल की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी मौजूद हैं, पत्नी को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराकर आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करें, जिससे अन्य गरीब आदिवासी महिलाओं के साथ ये मानव तस्करी न कर सकें।मेरी पत्नी को सकुशल वापस लाकर मुझे सौंपने की कृपा करें ।
शिवपुरी जिले में सहरिया आदिवासी काफी तादात में है और यह अति गरीब आदिवासी वर्ग के लोग कम पढ़े लिखे और सीधे सरल होते है अत: इन आदिवासियों को मानव तस्कर पैसों का लालच देकर या बहला फुसलाकर अपने जाल में फंसा लेते है। मानव तस्कर इन आदिवासी लोगों की लड़कियों को यहां से ले जाकर अन्य राज्यों में बेच देते है।