रेडक्रॉस का मानवता को रेड सिग्नल: कल्याणी में मानवता की गतिविधि रोकने का प्रयास - Shivpuri News

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शिवपुरी।
मानवता के लिए काम करने वाली रेडक्रॉस संस्था ने मानवता को रेड सिग्नल दे दिया हैं। पिछले 22 साल से मानवता संस्था द्वारा जनहित में कल्याणी धर्मशाला के ऊपर कांस और स्टील की नसेनी रखी जाती है। यहां से अंत्येष्टि के लिए लोग नाममात्र का शुल्क चुकाकर यह सामान ले जाते हैं। यह क्रम पिछले 22 साल से चल रहा है।

कल्याणी धर्मशाला रेडक्रॉस सोसाइटी के अंतर्गत आती है। अब अचानक रेडक्रॉस ने मानवता संस्था से अंत्येष्टि का सामान खाली करने को कह दिया है। अचानक से मिले इस निर्देश के बाद संस्था के पदाधिकारी असमंजस में पड़ गए हैं कि अब अंत्येष्टि का सामान लेकर कहां जाएं।

अब यह सामान मुक्तिधाम ले जाने पर विचार किया जा रहा है, लेकिन ऐसा हुआ तो आमजन के लिए दुख की धड़ी में कष्ट और बढ़ जाएगा। बुधवार को जब इस मामले ने तूल पकड़ लिया तो अब रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्य ऐसे किसी भी आदेश से इंकार कर रहे हैं।

मानवता संस्था के एक पदाधिकारी ने बताया कि कल्याणी धर्मशाला में अंत्येष्टि के सामान के साथ शव वाहन और लकड़ी व कंडे की रसीद भी कटती है। लकड़ी व कंडे रसीद कटाने के बाद सीधे मुक्तिधाम पर मिल जाते हैं। पिछले 22 सालों से संस्था यहीं से सुविधाएं दे रही है।

अब रेड क्रॉस की नई समिति बनने के बाद अचानक खाली करने का फरमान दिया है। यह फरमान भी सीधे तौर पर संस्था को नहीं दिया, बल्कि मैनेजर से कहलवाया गया। जबकि सामान धर्मशाला की छत पर रखा रहता है जिससे कोई परेशानी भी नहीं आती है।

महीनेभर में करीब 80 से 90 लोग यहां से सामान लेकर जाते हैं। संस्था के पास दूसरी जगह नहीं है इसलिए उन्हें अब मुक्तिधाम पर सामान रखना होगा। ऐसा हुआ तो पहले अर्थी बनाने का सामान लेने मुक्तिधाम जाना होगा जिससे लोगों को समस्या बढ़ेगी। रेडक्रॉस समिति के पदाधिकारी समीर गांधी ने बताया कि हमारी ओर से सामान हटाने के लिए नहीं कहा गया है। यह बात पूरी तरह से गलत है।

आपसी तकरार में लिया आदेश

रेडक्रॉस सोसाइटी की जब नई समिति बनी थी तब ही इनकी नियुक्ति पर कई सवाल उठे थे। सूत्रों की मानें तो मानवता संस्था के कर्ताधर्ता पूर्व में रेडक्रॉस सोसाइटी में रहे हैं। नई समिति और पुराने पदाधिकारियों के बीच की खटास इस फैसले का कारण बनी। हालांकि आलोचना होते देख अब रेडक्रॉस सोसाइटी की समिति पीछे हट रही है और इस बात से इंकार कर रही है।