एक शिकायत: नही रहेगा यह परिवार भारत का नागरिक, अघोषित रिफ्यूजी बनाने की तैयारी, जहर लेकर पहुंचा कलेक्ट्रेट - Shivpuri News

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शिवपुरी।
मामला एक मजदूर परिवार से जुडा हैं,एक शिकायत के कारण यह मजदूर परिवार भारत का नागरिक नही रहेगा,इनको मतदान करने का अधिकार नही रहेगा। मजदूर ने बताया कि उसकी झूठी शिकायत की है और इस कारण उसका नाम वोटर लिस्ट से हटाने की तैयारी कर रहा हैं, इस बात से परेशान होकर वह अपने परिवार सहित जहर की शीशी लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गया।

मजदूरी की आस में पोहरी के ग्राम जाखनौद को छोड़ कर कई साल पहले सिरसौद आकर रहने वाले एक आदिवासी परिवार का नाम जैसे ही सिरसौद की वोटर लिस्ट में जुड़ा वैसे ही किसी ग्रामीण ने उसकी झूठी शिकायत दर्ज करा दी कि यह आदिवासी परिवार गांव में रहता ही नहीं है। इस शिकायत के आधार पर अब अधिकारी आदिवासी परिवार से मताधिकार छीनने की तैयारी में हैं, जबकि अधिकारी प्रशासन के उन सरकारी कर्मचारियों की रिपोर्ट को नजरंदाज कर रहे हैं जिन्होंने उक्त परिवार के गांव में रहने की पुष्टि की है। नाम हटने की प्रक्रिया शुरू होने से आहात होकर लक्खी अपने परिवार के साथ कलेक्ट्रेट में जहर की शीशी लेकर पहुंच गया। यहां उसने आत्महत्या करने की धमकी भी दी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पोहरी विधानसभा का ग्राम जाखनौद जंगली क्षेत्र का गांव है इसलिए वहां लक्खी आदिवासी को आसानी से मजदूरी नहीं मिल पाती थी। इस कारण लक्खी अपने बच्चों और पत्नी निहाना को लेकर सिरसौद आकर रहने लगा। करीब पांच-छह साल से सिरसौद में रह कर यह परिवार मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा है।

इसी क्रम में नवंबर-दिसंबर में जब वोटर लिस्ट में नाम बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हुई तो लक्खी ने अपना नाम विधिवत जाखनौद की वोटर लिस्ट से कटवाकर सिरसौद की वोटर लिस्ट में जुड़वा लिया।

सिरसौद के बीएलओ कमलेश वर्मा ने नाम वोटर लिस्ट में जोड़ने से पहले पंचायत सचिव मोहन सोनी से प्रमाणीकरण मांगा और मोहन सोनी ने इस बात को प्रमाणित किया कि लक्खी व उसका परिवार सिरसौद में निवास करता है। इसके बाद लक्खी और उसकी पत्नी का नाम मतदाता सूची में जोड़ा गया।

मतदाता सूची में लक्खी का नाम जुड़ने के बाद किसी ने यह शिकायत कर दी कि लक्खी सिरसौद में रहता ही नहीं है और उसका नाम गलत तरीके से मतदाता सूची में जोड़ा गया है। शिकायत के बाद पोहरी की नायब तहसीलदार पूजा यादव ने मामले की जांच की और जो रिपोर्ट पेश की उसके आधार पर लक्खी का नाम मतदाता सूची में से हटाने की प्रक्रिया को अंजाम दिया जा रहा है।

जबकि मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया शासकीय नियम के अनुसार पूरी की गई है। अगर लक्खी और उसकी पत्नी निहाना का नाम मतदाता सूची से हटा दिया जाएगा तो वह अब भारत के मतदाता ही नहीं रहेंगे।

कलेक्ट्रेट पहुंचा और बोला नाम काटा तो आत्महत्या कर लूंगा

लक्खी आज अपनी पत्नी और बच्चों को लेकर शिकायत करने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचा और बोला कि उसकी झूठी शिकायत की जा रही है, जिसके कारण वह महीने भर से परेशान है और उसे मजदूरी छोड़-छोड़ कर यहां से वहां भटकना पड़ रहा है। यही वजह है कि उसके सामने भूखों मरने की नौबत आ गई है।

अगर उसका नाम वोटर सूची से काटा गया तो वह न सिर्फ खुद जहर खा लेगा बल्कि अपनी पत्नी और बच्चों को भी जहर खिलाकर मार देगा। इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से झूठी शिकायत करने वाले व्यक्ति सहित प्रशासनिक अधिकारियों की होगी जो किसी दबाब में आकर गलत कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं।

सरकारी लाभ बंद, बनेगा अघोषित रिफ्यूजी

अगर आदिवासी परिवार का नाम वोटर लिस्ट में नहीं हुआ तो उसे सिरसौद में न तो परिवार आईडी बन पाएगी और न ही उसे किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ मिल पाएगा।

मुख्यमंत्री द्वारा आदिवासियों के खाते में डाली जाने वाली हरी सब्जी व पौष्टिक आहार की राशि भी उसे नहीं मिल पाएगी। कुल मिलाकर भारत में रहने के बाबजूद यह परिवार रिफ्यूजी जैसे जीवन जीने को मजबूर हो जाएगा।

ये बोले जिम्मेदार

उसने फार्म सात और वहां के बीएलओ की पर्ची सब कुछ मुझे उपलब्ध कराया। सिरसौद के पंचायत सचिव ने मुझे इस बात का प्रमाणीकरण दिया है कि लक्खी का परिवार सिरसौद में निवास करता है। मैं किस आधार पर उसका नाम लिस्ट से काट सकता हूं, क्योंकि मैंने ही सभी दस्तावेजों के आधार पर उसका नाम सूची में जोड़ा है। अधिकारी चाहें तो उन दस्तावेजों की जांच करलें जो उसने नाम जुड़वाते समय मुझे उपलब्ध करवाए थे।
कमलेश वर्मा, बीएलओ, सिरसौद

इस संबंध में शिकायत की गई है, इस शिकायत के आधार पर जांच कराई गई। जांच में पाया गया है कि यह नाम जोड़ा जाना उचित नहीं है, इसलिए उसका नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाने की प्रक्रिया चल रही है।
संजय दुबे, बाबू निर्वाचन

इस मामले में जो भी नियमानुसार होगा वही कार्रवाई की जाएगी। किसी भी परिवार के साथ किसी भी तरह का कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
अक्षय कुमार सिंह, कलेक्टर