शिवपुरी। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत ह्रदय रोगी बच्चों के उपचार हेतु निशुल्क ह्रदय रोग निदान शिविर का आयोजन 24 फरवरी को जिला चिकित्सालय शिवपुरी में भोपाल के नोबल मल्टी स्पेशयल्टी हॉस्पीटल के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। शिविर में हितग्राहियों को शासन की ओर से आपरेशन कराने हेतु वित्तीय सहयोग भी स्वीकृत किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि गर्भ अवस्था के दौरान प्रथम तीन माह में मॉ द्वारा फोलिक एसिड की टेबलेट का सेवन न करने से लगभग 6 प्रतिशत बच्चे जन्मजात विकृति के साथ जन्म ले रहे हैं। इनमें हृदय रोग सबसे प्रमुख है।
डॉ.पवन जैन ने बताया कि पिछले चार वर्षो में लगभग 350 नवजात बच्चों के दिल में छेद की बीमारी का उपचार कराने के लिए स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। प्रति वर्ष 50 से 80 बच्चे दिल में छेद की बीमारी से ग्रसित होने की रिपोर्ट प्राप्त हो रही है। इसके लिए जहां गर्भावस्था के प्रथम तीन माह में फॉलिक एसिड गर्भवतियों को खिलाने के लिए विशेष प्रयास और जागरूकता ला रहे है। विकासखण्ड स्तर तक मैदानी अमले की बैठक लेकर उनसे आयरन और फॉलिक एसिड के सेवन कराने की समीक्षा कर रहे है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन ने बताया कि जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.संजय ऋषीश्वर के नेतृत्व में जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत पदस्थ मोबाइल हेल्थटीम आंगनवाडी और स्कूलों में बच्चों की स्क्रीनिंग कर विभिन्न जन्मजात विकृति वाले रोगियों का चिन्हाकन कर रही है।
ऐसे ही चिन्हाकित लगभग 80 रोगी उपचार के लिए लंबित है जिनके उपचार के लिए 24 फरवरी को जिला चिकित्सालय शिवपुरी में सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक शिविर का अयोजन किया गया है।
जिसमें लगभग 3600 रू में होने वाली ईको जांच भी निशुल्क कराई जाएगी। शिविर में पंजीयन तत्काल किया जाएगा। रोगी को अपने साथ जन्म प्रमाण पत्र , पिता का आधारकार्ड और 3 फोटो लाना अनिवार्य है। जिले से हृदय रोगी बच्चों को जिला केन्द्र शिवपुरी तक लाने के लिए 15 आरबीएसके वाहनों को लगाया गया है।