शिवपुरी। हनुमान मंदिर रातौर में संगीतमय श्रीमद भागव कथा का आयोजन समस्त ग्राम वासियों द्वारा किया जा रहा हैं। कथा व्यास पं. जगदीश प्रसाद शास्त्री ग्राम मामचौन वालों के श्रीमुख द्वारा कथा वाचन किया जा रहा हैं। कथा सातवें दिन भगवान सुदामा चरित्र का वर्णन किया गया।
जिसमें महाराज जगदीश जी ने बताया कि 'सुदामा चरित्र अत्यन्त स्वाभाविक, हृदय ग्राही सरल, एवं भावपूर्ण कथा है। इसमें एक ही गुरु के यहां अध्ययन करने वाले दो गुरु-भाइयों, सुदामा और श्रीकृष्ण की आदर्श मैत्री का चित्रण किया गया है। सुदामा एक दरिद्र ब्राह्मण था और कृष्ण यदुवंशियों के सिरमौर। सुदामा एक सामान्य मनुष्य थे किंतु श्रीकृष्ण आर्य जाति में नवजीवन संचार करने वाले योगिराज और महापुरुष ही नहीं अपितु 'धर्मसंस्थापनार्थाय ईश्वर के अवतार भी थे, ऐसे दो विपरीत स्थिति, स्वभाव और सत्ता वाले व्यक्तियों के बीच मैत्री की रसपूर्ण व्यंजना की है।
इस अवसर पर उनके साथ ग्राम रातौर हनुमान मंदिर पुजारी किशन भार्गव सहित समस्त ग्राम वासियों को विशेष सहयोग मिल रहा हैं। श्रीमद् भागवत कथा के आज अंतिम दिन विशाल भण्डारे का भी आयोजन भी किया जाएगा। इस अवसर पर महंत राम रावत, रामकुमार धाकड़, रामजीलाल धाकड़, रामदयाल रावत, निवास रावत, रामदयाल धाकड़, बुद्धुराम धाकड़ नीम बाले, कमर सिंह परिहार, नक्टूराम चिड़ार, मांगीलाल प्रजापति, दयाली जाटव, कोमल जाटव आदि सैकड़ों ग्रामीण अभी श्रद्धाभाव से सेवा देने में लगे हुए हैं।