शिवपुरी मोटर पंप का बकाया बिजली बिल जमा नहीं करने पर शनिवार को कंपनी के जेई गाड़ी से पहुंचे और स्टार्टर व तार उठाकर लेकर आने लगे। रास्ते में दो किसान भाईयों ने रोक लिया और पत्थर मारकर गाड़ी का कांच फोड़ दिया। बिजली कंपनी के जेई आलोक सिंह ने बताया कि गढ़ी-बरोद में राजस्व वसूली के चलते कनेक्शन काटने गए थे।
किसान रामचरण धाकड़ पर 1.13 लाख रुपए का बिल बकाया था। खेत से स्टार्टर व तार उठाकर ला रहे थे। तभी रामचरण के बेटे नरेश धाकड़ और अमरसिंह धाकड़ ने रास्ते में गाड़ी रोक ली। गाली गलौज करने लगे और पत्थर मारकर गाड़ी का कांच फोड़ दिया। जेई आलोक ने बताया कि सुरवाया थाने में शिकायती आवेदन दे दिया है।
उल्लेख करना प्रासंगिक है कि पिछले कुछ दिनों में बिजली कंपनी के अधिकारियों के साथ मारपीट की घटनाएं बढ़ गई है। अकेले शिवपुरी जिले में समाधान शिविर से लेकर कल तक कई घटनाएं हो चुकी हैं। यह इन्वेस्टिगेशन का सब्जेक्ट हो सकता है कि:-
क्या सचमुच घटनाएं हो रही हैं या फिर छोटे-मोटे विवाद को बढ़ा चढ़ाकर दिखाया जा रहा है।
क्या बिजली कंपनी के अधिकारी सचमुच बिलों की रिकवरी करने जाते हैं या फिर किसानों की नाराजगी का कोई और कारण है।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि रिश्वत की मांग कर रहे किसी सरकारी कर्मचारी को पीट दिया जाए तो इस घटना को शासकीय कार्य में बाधा माना जाएगा या नहीं।