शिवपुरी। श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय, शिवपुरी के अधिष्ठाता (डीन) डॉ.अक्षय कुमार निगम के नेतृत्व में स्वास्थ्य के क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित कर रहा है, साथ ही मानवता की सेवा में भी नए शिखर छू रहा है।
अभी हाल ही में अपना घर वृद्धाश्रम सेसई मे रहने वाली 65 वर्षीया कस्तूरी बाई को कैंसर रोग विभाग में दिखाया गया जो पिछले कई महीनों से नाक में दर्द एवं खून आने से परेशान थी। कैंसर रोग विभागाध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र कुमार सचान ने नाक के कैंसर का संदेह होने पर जांच करवाई तो जांच में एडिनोइड सिस्टिक कार्सिनोमा (एक तरह का नाक का कैंसर) निकला जिसमे कीमोथेरेपी बहुत कम ही प्रभावी होता हैं।
वृद्धाश्रम के संचालकों ने कहीं ओर ले जाने में असमर्थता व्यक्त की। वृद्धाश्रम की अकेली महिला को देखकर डॉ. धीरेन्द्र कुमार सचान ने शिवपुरी में ही महिला का इलाज करने का निर्णय लिया एवं कीमोथेरेपी शुरू की ताकि महिला की सर्जरी सुगमता से हो सकें। ईश्वर की कृपा से कीमोथेरेपी ने अच्छा असर किया एवं कैंसर की गठन का साइज बहुत कम हो गया।
उसके बाद सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनंत राखोंडे से सामंजस्य स्थापित कर मरीज की सर्जरी का निर्णय लिया गया। सर्जरी विभाग की चिकित्सक टीम जिसमें डॉ. राकेश शाक्य, डॉ.कौशलेन्द्र सिंह नरवरिया एवं ई.एन.टी. विभाग की डॉ. मेघा प्रभाकर शामिल रहे। इनके द्वारा विगत दिवस मरीज के कैंसर का सफल ऑपरेशन किया गया और कैंसर की गठान को निकाल दिया गया।
ज्ञात हो कि डॉ.राकेश शाक्य ने कैंसर सर्जरी में दिल्ली से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है। ऑपरेशन के बाद मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है। धीरेन्द्र सचान ने चर्चा करते हुए बताया कि इस तरह का नाक का कैंसर बहुत ही दुर्लभ बीमारी है, जो कि पूरे विश्व में बहुत ही कम रिपोर्ट की गई हैं। ऐसे कैंसर का इलाज भी अब शिवपुरी में मिलने लगा है
जिसके कारण अब मरीजों को अन्य जगह जाने की जरूरत नहीं हैं। इस सफल उपचार के बाद डीन डॉ.अक्षय निगम ने चिकित्सकों को बधाई दी एवं सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ.राखोंडे ने भी भविष्य में इस तरह की सर्जरी में अपना सहयोग देने का आश्वासन दिया हैं।