शिवपुरी ग्वालियर-शिवपुरी फोरलेन हाइवे पर नेशनल पार्क हिस्से में स्थित खूबत बाबा मंदिर पर प्रसाद के रूप में चढ़ने वाली दारू नहीं देने पर पूजा करने वाले युवक की कुछ लोगों ने बेरहमी से मारपीट कर दी थी। इलाज के दौरान घायल की सैंपल रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। उसके बाद ग्वालियर में इलाज के दौरान मौत हो गई। पीएम रिपोर्ट में मौत कोविड-19 की बजाय हमले में होना पाया गया। इसी के चलते सतनवाड़ा थाना पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक संतोष उम्र 30 साल पुत्र हेतराम शिवहरे निवासी कमलागंज शिवपुरी खूबत बाबा मंदिर पर पूजा करता था। संतोष 23 जनवरी की दोपहर 12:30 बजे वह अपने साथी धर्मेंद्र यादव एक अन्य साथी के साथ मंदिर पहुंचा। यहां पहले से रजक समाज का गोठ प्रोग्राम चल रहा था। शाम 5:30 बजे रजक समाज के लोगों ने मंदिर पर प्रसाद के रूप में चढ़ने वाली शराब मांगी, लेकिन संतोष ने देने से मना कर दिया।
रजक समाज के करीब 20 लोगों ने संतोष की बेरहमी से मारपीट कर दी। रात में संतोष को घर लाया गया और 24 जनवरी को तकलीफ हुई तो परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। परिजनों ने सतनवाड़ा थाने पर सूचना दी तो साधारण मारपीट का केस दर्ज कर लिया। संतोष शिवहरे का 25 जनवरी को सैंपल टेस्ट लिया और 26 को पॉजिटिव रिपोर्ट आई। 28 को हालत ज्यादा बिगड़ी तो ग्वालियर रेफर कर दिया।
ग्वालियर में 30 जनवरी को इलाज के दौरान संतोष शिवहरे की मौत हो गई है। संतोष की हत्या को लेकर बहन ने हेमा शिवहरे ने पुलिस अधीक्षक शिवपुरी से शिकायत की है। पुलिस द्वारा संबंधित हत्यारोपियों को गिरफ्तार नहीं करने की बात कही है। बहन का कहना था कि रजक परिवार के लोग मंदिर पर कब्जा जमाने के लिए आए दिन झगड़े रहते थे।
तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज
सतनवाड़ा थाना पुलिस ने ग्वालियर से पीएम रिपोर्ट के आधार पर खेमचंद रजक, नैनी रजक, मुन्ना रजक के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। उक्त लोगों ने संतोष शिवहरे की बेहरमी से मारपीट कर दी थी। पीएम रिपोर्ट में संतोष की मौत कोविड की बजाय डंडे से हुए हमले में गंभीर चोट लगने से होना पाया गया है। बता दें कि मौत होने के बाद परिजन पहले से ही हत्या का आरोप लगा रहे थे।