शिवपुरी। भारत में आम तौर पर देखा गया हैं कि 31 की नाईट नही नाईट नही रहती दिन से अधिक राते जवां होती हैं। 31 की नाईट में होटलो में देर रात तक पार्टी चलती रहती है। लोग जाते हुए साल को विदा करते हुए नए साल का स्वागत करते है। जबकि हिन्दू नववर्ष का नया साल गुड़ी पर्वा से शुरू होती हैं फिर भी लोग 31 की नाईट को एंजॉय करते हैं,लेकिन अब कोविड के डर में नए साल में लोग होटल सूने रहे मंदिरों पर भीड़ देखी गई। कह सकते हैं कि डर में संकट मोचन दिखने लगे।
आज मंदिरों पर उमड़ी भीड़
आज 1 जनवरी 2022 का आगाज हो गया है और सूर्य की पहली किरण निकलते ही लोग बदलाव का एहसास कर रहे हैं। नववर्ष के स्वागत के लिए लोगों मेें काफी उत्साह दिखाई दिया। घरों में जहां साफ-सफाई के साथ स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जा रहे हैं। वहां घूमने फिरने की भी योजना के तहत लोग शहर से दूर निकल गए हैं।
सुबह ब्रह्म मुहूर्त में लोग उठकर ईश्वर की आराधना में भी जुटे हुए देखे गए। सुबह से ही मंदिरों में आरती शुरू हुई। तभी लोग मंदिरों में दर्शनों के लिए पहुंचे। यह सिलसिला लगातार चलता रहा। हालांकि इस दौरान कोविड गाइडलाइन का भी लोगों ने पालन किया और मास्क लगाने के साथ-साथ हैंड सैनिटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग का भी लोगों ने पालन किया।
मंदिरों में भगवान को भोग अर्पित किए गए, तो वहीं भगवान का विशेष श्रृंगार भी किया गया। आज सुबह मंशापूर्ण हनुमान मंदिर,बांकडे के हनुमान मंदिर,खेड़ापति हनुमान मंदिर और चिंताहरण हनुमान मंदिर पर भक्तों की अधिक भीड़ देखी गई कोविड संकट के बीच संकटमोचन के दर्शन करने लोगो ने ज्यादा अधिक पसंद किया।
पर्यटन स्थलों पर भी दिखी भीड़,शिवपुरी निवासी खाटू श्यामजी से लेकर गोवर्धन तक पहुंचे
नववर्ष के स्वागत के लिए लोग धार्मिक स्थलों के साथ पर्यटन स्थलों पर भी पहुंचे। जहां उन्होंने नववर्ष पर पार्टिया आयोजित की। शहर के छतरी, बाणगंगा और भदैया कुंड पर लोग परिवार के साथ पहुंचे और वहां नववर्ष सेलिब्रेट किया। भदैया कुंड पर कैफेटेरिया पहुंचकर लोगों ने दाल टिक्कर का लुप्त उठाया। वहीं कुछ लोग साल का पहला शनिवार होने के चलते दतिया, पीताम्बरा पीठ दर्शन करने के लिए पहुंचे, तो कई लोग वाहनों से रामराजा सरकार के दरबार में ओरछा पहुंचे।
जहां भगवान के दर्शनों के बाद वहां के पर्यटन स्थलों पर पहुंचे। शिवपुरी से कई लोग राजस्थान में स्थित खाटू श्याम भी पहुंचे। जहां उन्होंने बाबा श्याम के दर्शनों के साथ नववर्ष का स्वागत किया। वहीं कई लोग गोर्वधन परिक्रमा के लिए भी पहुंचे। जहां उन्होंने मथुरा और वृंदावन में बांके बिहारी के दर्शन किए। कुल मिलाकर नववर्ष के स्वागत के लिए शहरवासी काफी उत्साहित रहे और परिवार के साथ उन्होंने नववर्ष का जश्र धार्मिक, सामाजिक और पर्यटन के क्षेत्रों में पहुंचकर मनाया।
नाईट कर्फ्यू के चलते रात के आयोजन नहीं हुए
11 बजे से नाईट कर्फ्यू लगे होने के कारण सभी कार्यक्रम साढ़े 10 बजे तक समाप्त हो गए। इसके बाद लोग अपने घरों की ओर निकल गए। ऐसी स्थिति में रातभर चलने वाले कार्यक्रम नहीं हो सके। जिसका लोगों को काफी अफसोस रहा और आज नई सुबह के साथ लोग घरों से नववर्ष के स्वागत के लिए निकले।