शिवपुरी। जिले में लगातार दो संकट मंडरा रहे है एक संकट कोरोना के रूप में धीरे धीरे बढ रहा हैं। वही एक संकट बीती रात आपदा बनकर किसानो की खडी फसलो पर गिर पडा। जिससे किसानो की जिंदा फलले बे—मौत मर गई। बीती रात बरदरवास क्षेत्र के 2 दर्जन गांवो में तेज बारिश के साथ ओले गिरे हैं। इन ओलो ने अतनी तबाही मचाई की खेतो मेे खडी फसले जमीदौज हो गई। सीधे शब्दो में कहे तो कई जगह तो 100 प्रतिशत का नुकसान फसलों में हुआ है।
बताया जा रहा है कि जिले के कोलारस के बदरवास विकासखण्ड में आने वालेग्राम सजाई, देहरदा, अटरूनी, पचावली, रन्नौद, आनंदपुर, रांची, लुकवासा, लालपुर, बदरवास क्षेत्र के टुडियावद, दामनटूक, बुढ़ाडोंगर, चितारा, कुल्हाड़ी, सेसई, दीघोद, रेंजा रन्नौद, खतौरा और रन्नौद क्षेत्र के आकाझिरी, बिलारी, धंदेरा, मोहम्मदपुर, जरिया, इछौनिया, नेगमा, गिलटोरा, डगपिपरी, डेगुआ, मसूरी, रन्नौद, गणेशखेडा, तिजारपुर, छुरी और पहाड़ा सहित लगभग आधा सैंकडा गांवों में तेज बारिश के साथ आसमान से आफत बनकर गिरे ओलो ने किसानो की उम्मीद सपनो को धरासाइ्र कर दिया। बारिश के साथ ओले और ओलो के साथ तेज हवा ने बिजली के खंभो तक गिरा दिए हैं।
किसानो ने जब सुबह अपनी फसलो को देखा तो फूट फूट कर रोने लगे। अब किसानो को सरकार से उम्मीद हैं। हांलिक प्रशासन के अधिकारी और कोलारस के विधायक मौके पर पहुच गए और किसानों से बातचीत कर उनकी पीडा समझ रहे है। परंतु किसानों का कहना है कि हमें आज तक तो बाढ का मुआबजा नहीं मिला है। अब यह मुआवजा भी महज कागजों में सिमटकर तो नहीं रह जाएगा।
बताया जा रहा है कि इस ओलाबृष्टि के दौरान कोलारस क्षेत्र में लगभग डेढ सैकडा से दो सैकड़ा तक बिजली के पोल भी जमींदोल हो गए है। जिससे पूरे क्षेत्र की बिजली व्यस्था ध्वस्त हो गई है। किसानों को अब बिजली की समस्या के न जाने कितने दिन तक दो चार होना पडेगा।