शिवपुरी। खबर शहर के देहात थाना क्षेत्र के लुहारपुरा से आ रही है। जहां निवासरत एक आरक्षक की मौत के बाद उसके मोहल्ले में आज जमकर हंगामा चलता रहा। इस मामले की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के मासूमों को समझाने का प्रयास किया। परंतु मृतक के मासूम पुलिस अधिकारीयों की कोई भी बात सुनने तैयार नहीं थे। उसके बाद टीआई,एसडीओपी सहित एएसपी मौके पर पहुंचे और उन्हें समझाने के प्रयास किया तब कही जाकर बच्चे तैयार हुए।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी पुलिस लाईन में पदस्थ आरक्षक गणेशराम जाटव को बीते 20 दिन पहले कोरोना हुआ था। जिसके बाद वह कोरोना से उभर गए। परंतु कल रात्रि में उन्हें अचानक पैरालाईसिस अटैक आया। जिसके चलते मासूम बच्चों ने गणेशराम को स्थानीय सिद्धिविनायक चिकित्सालय में भर्ती कराया।
जहां आज आरक्षक की मौत हो गई। आरक्षक की मौत के बाद तीन मासूम बच्चे अपने पिता की लाश को लेकर लुहारपरा स्थिति अपने घर ले आए। जिसपर से बच्चे अपने पिता की अत्येष्ठि की तैयारी कर रहे थे। तभी पडौसियों ने उक्त मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस को आता देख मासूम बच्चों ने पिता की लाश को कमरे में बंद कर अंदर से ताला लगा लिया।
पुलिस सहित पूरा प्रशासनिक अमला बच्चों को समझाता रहा कि शासकीय योजना के चलते पिता की लाश का पीएम अत्यंत आवश्यक है। परंतु उनकी बेटिया पिता के पीएम के लिए किसी भी हालात में तैयार नहीं थी। उसके बाद मौके पर एसडीओंपी सहित एएसपी प्रवीण भूरिया पहुंचे। जिन्होंने लगभग 3 घंटे तक चले हंगामें के बाद बेटियों को पीएम कराकर लाश देने का आश्वासन दिया।
उसके बाद मौके पर कोविड सेम्पल कलेक्शन टीम को बुलाया और युवक का कोविड का सैम्पल लिया जो निगेटिव आया। उसके बाद लाश को पीएम कराकर लाश को परिजनों को सौंप दिया। इस हंगामें के दौरान वहां मौजूद पब्लिक सहित पूरा प्रशासनिक अपला गमनीय हो गया।