शिवपुरी। किलर कोरोना की बेरहम रफतार अब युवाओं की भी जान ले रही है। इसकी बानगी शहर के कई परिवारों में देखने में मिली जहां किलर कोरोना ने कई हसते खेलते परिवारों को जीवन भर का दर्द दे दिया है।
मुजीव की छीन ली सांसे
मिलनसार और हसमुख मुजीव खान ने अपना सफर कोचिंग से शुरू किया और इसके बाद उन्होंने स्कूल भी खोला। जिसे अच्छे मुकाम तक ले गए लेकिन किलर कोरोना ने उन्हें अपनी जकड में ले लिया और उनकी सांसे छीन ली। मुजीव के परिवार को कोरोना ने जिंदगी भर का दर्द दे दिया है जो वह कभी भी भुला नहीं पाएंगे।
पांडे परिवार को दिया कभी न भुलाने वाला दर्द
कोरोना ने नपा के इंजीनियर सुनील पांडे को भी ऐसा दर्द दिया है जो वह जीते जी नहीं भूल पाएंगे। उनके बेटे को किलर कोरोना ने अपनी गिरफत में लेकर उसकी सांसे छीन ली। बेटे की मौत से दुखी पांडे परिवार किलर कोरोना को कोस रहा है लेकिन अब उनका प्यारा बेटा उनके पास नहीं हैं।
मिलनसार अधिकारी प्रशांत शर्मा को भी नहीं छोड़ा
कोरोना का शिकार हुए युवाओं में एक नाम प्रशांत शर्मा का भी है। प्रशांत शर्मा लॉकडाउन के दौरान कलेक्टर और एसपी के फेसबुक कार्यक्रम का संचालक कर रहे थे। वह फेसबुक पर आने बाले प्रश्नोे को कलेक्टर तक पहुंचा रहे थे। उसके बाद कलेक्टर पब्लिक के प्रश्नोे का उत्तर दे रहे थे। परंतु किसी को क्या पता था कि यह आबाज उसके बाद कोई नहीं सुन पाएगा।
रस्सी व्यापारी को छीना कोरोना
कोरोना का शिकार युवा होने लगे हैं। ऐसा ही मामला नारियल वाली गली में सामने आया जहां एक रस्सी व्यवसायी के बेटे को किलर कोरोना ने अपनी गिरफत में लिया और उसकी सांसे छीन ली। किलर कोरोना का खौफ इतना है कि हसते खेलते लोग चंद रोज में ही कोरोना से जंग हार रहे हैं।