शिवपुरी। जिला अस्पताल गुना से एक गर्भवती महिला को मेडिकल कॉलेज शिवपुरी रेफर कर दिया। जबकि मेडिकल कॉलेज शिवपुरी के हॉस्पिटल में अभी प्रसव की सुविधा नहीं है, सिर्फ कोरोना मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। प्रसूता की कोविड सैंपल तक नहीं हुआ था। ऐसे में कोरोना मरीजों के बीच प्रसूता को संक्रमण का खतरा बढ़ गया। मामले का खुलासा हुआ तो आनन फानन में मेडिकल कॉलेज से जिला अस्पताल शिवपुरी भेजकर भर्ती कराया। इस दौरान दस घंटे तक प्रसूता आइसोलेशन वार्ड में भर्ती रही।
जानकारी के मुताबिक सात माह की गर्भवती पार्वती कुशवाह उम्र 31 पत्नी ओमप्रकाश कुशवाह निवासी ग्राम गोल्या अहेड़ा तहसील कुंभराज जिला गुना को मेडिकल कॉलेज शिवपुरी रेफर कर दिया। गुना जिला अस्पताल से प्रसूता को रेफर होकर आई प्रसूता को लेकर कॉलेज के डॉक्टरों को भी कुछ नहीं सूझा और आइसोलेशन वार्ड में कोरोना मरीजों के साथ भर्ती कर दिया।
करीब दस घंटे तक आसोलेशन वार्ड में भर्ती रखा। कॉलेज हॉस्पिटल में प्रसव कराने की व्यवस्था अभी शुरू नहीं हो सकी है। ऐसे में डॉक्टरों ने स्थिति समझी और प्रसूता को जिला अस्पताल शिवपुरी भिजवा दिया।
डॉक्टर ने डिस्चार्ज कराकर हॉस्पिटल भेजा, सिविल सर्जन ने भर्ती कराया मेडिकल कॉलेज शिवपुरी के डॉक्टर रीतेश यादव ने स्टाफ से कहकर प्रसूता पार्वती कुशवाह को कॉलेज हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कराया और जिला अस्पताल शिवपुरी भिजवा दिया।
समाजसेवी हेमंत ओझा ने एंबूलेंस भेजकर प्रसूता काे अस्पताल तक पहुंचवाया। यहां स्टाफ ने ध्यान नहीं दिया तो सिविल सर्जन डॉक्टर राजकुमार ऋषिश्वर ने प्रसूता को जिला हॉस्पिटल में भर्ती करवाकर इलाज शुरू कराया।