शिवपुरी। मध्य प्रदेश प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की एक आवश्यक मीटिंग वीडियो कांफ्रेंस के द्वारा प्रदेश अध्यक्ष अजीत सिंह जी की अध्यक्षता में आयोजित की गई इस मीटिंग में संभागीय अध्यक्ष अनिल दीक्षित एवं शिवपुरी जिला अध्यक्ष राजकुमार शर्मा, पीएसए के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ साथ मध्य प्रदेश के सभी जिलों के अध्यक्ष शामिल हुए।
इस मीटिंग में सभी ने एक स्वर में माध्यमिक शिक्षा मंडल के हाई स्कूल की परीक्षा को रद्द करने के पत्र क्रमांक/ 2019/ परीक्षा समन्वयक/ 2021 परीक्षा को रद्द करने के बाद मूल्यांकन की जिम्मेदारी स्कूल पर थोपने की नीति का विरोध किया प्रदेश अध्यक्ष अजीत सिंह ने कहा कि जब माध्यमिक शिक्षा मंडल प्रत्येक छात्र से 1000 _ 1000 परीक्षा के नाम पर एकत्रित करती है तो मूल्यांकन की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश की है।
ऐसे में प्राइवेट स्कूल अगर मूल्यांकन करेंगे तो पालक उनके मूल्यांकन पर उंगलियां उठाएंगे और झूठे आरोप लगाएंगे ऐसी स्थिति में प्राइवेट स्कूलों को कोर्ट कचहरी के चक्कर भी लगाने पड़ सकते हैं इन सबसे होने वाली परेशानियों से हर प्राइवेट स्कूल संचालक को रूबरू होना पड़ेगा इसके अलावा लॉकडाउन या कोरोना काल के दौरान शासन ने दोहरे आदेश प्राइवेट स्कूल और शासकीय स्कूलों के लिए बनाए गए थे।
जिससे पूरे वर्ष भर भ्रम की स्थिति बनी रही। ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को न के बराबर मिला ।और जब छात्र विद्यालय आया ही नहीं ऑनलाइन के लिए मोबाइल की व्यवस्था नहीं तो साप्ताहिक और मासिक टेस्ट कैसे हुए फिर मूल्यांकन में इनके नंबर कैसे जोड़े जाएंगे।
इसलिए प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड के इस निर्णय का विरोध करता है और समय आने पर इसका बहिष्कार भी करेगा। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष जी के निर्देशानुसार प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन जिला शिवपुरी की भी एक आवश्यक मीटिंग का आयोजन वीडियो कांफ्रेंस के द्वारा जिला अध्यक्ष राजकुमार शर्मा जी की अध्यक्षता में किया गया।
इस मीटिंग में जिले के सभी ब्लॉक अध्यक्ष शामिल हुए सभी ने अपने अपने विचार रखे एवं अपने विचारों के माध्यमों से अपनी एवं अपने स्टाफ की पीड़ा बयां की । मीटिंग को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष राजकुमार शर्मा जी ने सभी संचालकों को आश्वस्त किया, उन्होंने कहा कि हमारी शासन से लगातार निम्न बिंदुओं पर बात चल रही है जिनमें
1. 2018-19, 2019-20 और 2020-21 की आरटीई की फीस प्रतिपूर्ति हर हाल में की जाए।
2. विद्यालय की छात्र संख्या के मान से विद्यालयों को एड. प्रदान9 की जाए ।
3.विद्यालयों की मान्यताएं बिना निरीक्षण परीक्षण के और आगे बढ़ाई जाएं।
4. कोरोना काल के विद्यालयों के बिजली बिल एवं पंचायत भवन कर माफ किए जाएं ।
5. शासन के आदेशों में शासकीय अशासकीय विद्यालयों के मामलों में एकरूपता होनी चाहिए।
6. जब तक विद्यालय नहीं खुलते हैं तब तक कोचिंग पूर्णतः बंद होनी चाहिए, क्योंकि छात्रों के संक्रमित होने का सबसे ज्यादा खतरा कोचिंग क्लासेस में रहता है। अंत में जिलाध्यक्ष ने सभी ब्लॉकों के अध्यक्षों से कहा कि आप लगातार स्कूल संचालकों के संपर्क में रहें एवं उनकी समस्याओं के समाधान का प्रयास करें।
इस मीटिंग में शिवपुरी से जिनेंद्र जैन ,बदरवास से धर्मेंद्र चतुर्वेदी, कोलारस से प्रदीप शर्मा, बैराड़ से कल्याण सिंह वर्मा, खनियाधाना से पृथ्वी राज सिंह चौहान,नरवर से धीरज गुप्ता ,वली उल्ला खान,पोहरी से अवतंस जैन, करैरा से श्याम सिंह सोलंकी एवं पिछोर से मनोज पाठक सम्मिलित हुए। मीटिंग का सफल संचालन खनियाधाना ब्लॉक अध्यक्ष पृथ्वीराज सिंह चौहान ने किया।