शिवपुरी। कोरोना काल में जहां हर व्यक्ति अपने मरीज की जान बचाने के लिए प्रयासरत है। वहीं बिजली विभाग लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। बिजली विभाग द्वारा बेवजह शहर में बिजली कटौती की जा रही है। जिससे घरों पर रहकर ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर पर ऑक्सीजन ले रहे लोगों की जान खतरे में पड़ गई है।
आज सुबह शहर के कई स्थानों पर मेंटीनेंश के नाम पर बिजली कटौती की गई। उन क्षेत्रों में मरीजों की जान पर आन पड़ी। शहर के गांधी कॉलोनी में रहने वाले परमानंद गुप्ता और उनकी पत्नी कमला गुप्ता की हालत बिगड़ गई। इसे लेकर उनके परिजनों ने सोशल मीडिया पर एक संदेश प्रसारित कर बिजली विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों से बिजली सप्लाई शुरू कराने की अपील की।
संदेश में उन्होंने लिखा कि गांधी कॉलोनी में सुबह से लाईट नहीं आ रही है। जिससे परमानंद गुप्ता और कमला गुप्ता जो ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर से ऑक्सीजन ले रहे हैं उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। जिससे उनकी हालत काफी खराब हो रही है और उनका ऑक्सीजन लेवल 89 पर पहुंच गया है। ऐसी स्थिति में जल्द से जल्द लाईट चालू कराने की व्यवस्था की जाए।
इसी तरह अन्य क्षेत्रों में भी बिजली कटौती होने के कारण जो मरीज ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर पर उनकी जान को खतरा होने का डर परिवारजनों को सताने लगा है। लोगों का कहना है कि बिजली विभाग बेवजह ही मेंटीनेंस के नाम पर घंटों बिजली कटौती कर रहा है। जबकि इस समय सारे बाजार बंद हैं।
इंड्रस्टीज एरिया में सभी फैक्ट्रियों पर ताले डले हुए हैं। उद्योग धंधे भी पूर्णत: बंद हैं। ऐसी स्थिति में बिजली की खपत भी कम हुई है। लेकिन इसके बाद भी बिजली विभाग मेंटीनेंस का हवाला देकर प्रतिदिन कटौती कर रहा है। विभाग की यह मनमानी अब कोरोना से ठीक होकर घरों पर ऑक्सीजन ले रहे मरीजों के लिए जान का खतरा बन गई है।