बैराड़ । जिले में इन दिनों कोरोना वैश्विक महामारी के चलते लगातार नागरिक परेशान बने हुए हैं व हीं बैराड़ तहसील में पिछले 8 मई को पांच प्राईवेट चिकित्सकों के क्लीनिकों पर रैपिड किट के माध्यम से चैक किया गया तो सभी पांचों के पांच चिकित्सक पॉजीटिव आ गए। लेकिन दूसरे दिन कोरोना गाईडलाइन का पालन नहीं होने पर डॉक्टरों को कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आ गई।
जानकारी के अनुसार 8 मई को बैराड़ के पांच प्राइवेट डॉक्टरों के क्लीनिक एवं एक पैथोलॉजी पर जाकर कोरोना गाईडलाइन का पालन नहीं होंने पर डॉक्टरों की कोरोना की आरटी किट द्वारा जांच कराई जिसमें एक पैथोलॉजी संचालक सहित 7 प्राइवेट डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव निकले उनमें से एक डॉक्टर शिवसिंह धाकड़ द्वारा 9 मई को जिला चिकित्सालय शिवपुरी में आरटीपीसीआर से कोरोना सैंपल जांच कराई तो दूसरे दिन ही मेडिकल कॉलेज शिवपुरी द्वारा की गई जांच में डॉक्टर शिव सिंह धाकड़ नेगेटिव पाए गए। इसका मैसेज डॉक्टर के पास 11 मई को आया।
प्राईवेट चिकित्सकों ने बैराड़ अस्पताल में पदस्थ कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि बैराड़ अस्पताल में पदस्थ 2 संविदा कर्मचारी अपनी निजी मल्होत्रा पैथोलॉजी एवं मातारोड के सामने ही प्राइवेट चिकित्साकार्य कर रहे हैं उनके द्वारा ही आरटी किट जांच मैं सांठगांठ कर हमें पॉजिटिव निकाला गया है, इस कारण वे मानसिक रूप से परेशान हैं।
डॉ श्री धाकड़ सहित पॉजिटिव पाए गए सभी डॉक्टरों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि अस्पताल में पदस्थ कर्मचारियों द्वारा बैराड़ में ही बरोद रोड एवं मेन रोड पर पैथोलॉजी का संचालन किया जा रहा है। उनकी पैथोलॉजी पर जांच के लिए मरीज भेजने का दबाव बनाया जा रहा हैं।
जिसे उनके द्वारा नहीं मानने पर पैथोलॉजी संचालक द्वारा जानबूझकर आरटी किट जांच में अनियमितता की गई है। जिस कारण हमें जानबूझकर पॉजिटिव बनाया गया है, और जो लोग मल्होत्रा पैथोलॉजी पर जांच भेजते थे उन सभी को नेगेटिव बताया गया है, अस्पताल में ही पदस्थ कर्मचारी मल्होत्रा पर सभी डॉक्टरों से अवैध वसूली करने का आरोप भी लगाया है।
अन्य चिकित्सकों ने कहा कि आरटीकिट जांच में षड्यंत्र कर हमें जानबूझकर पॉजिटिव बनाया गया है। पॉजिटिव पाए गए सभी डॉक्टरों ने प्रशासन से उन्हें झूठा फंसाया जाने का आरोप लगाते हुए उनकी आरटी पीसीआर जांच कराए जाने की मांग की है।