शिवपुरी। कोरोना के लॉकडाउन ने व्यापारियों की कहानी ही बदल कर रख दी है। पहले भी इसी तरह से लॉकडाउन हुआ और कारोबार पूरी तरह से ठप्प हो गया। लेकिन इस व्यापारियों को आस थी कि सब कुछ ठीक हो जाएगा और शादियों सहित ईद व अन्य मौकों पर उनकी दुकानदारी चलेगी लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने कारोबारियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
4 लाख का कपडा भरा, लग गया लॉकडाउन
कपडा व्यापारी सैंकी का कहना है कि उन्होंने फरवरी में ही कपडा भर लिया था जिसमें युवकों सहित बच्चों के कपडे भरे थे लेकिन मार्च के लगते ही धीरे धीरे लॉक डाउन लगा और उनके कारोबार पर भी ताला लग गया।
दो लाख के जूते चप्पल भरे
टेकरी पर दुकान करने वाले रानू ने शादियों और ईद सहित अन्य मौकों के लिए दो लाख रूपए उधार लेकर जूते चप्पल भरे लेकिन कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन ने उसकी आस पर ही पानी फेर दिया।
शादियों पर रोक नहीं बिकी आर्टिफीशियल ज्वेलरी
आर्टिफीशियल ज्वेलरी का काम करने वाले मुकेश का कहना है कि उन्होंने शादियों को लेकर 2 लाख रूपए की आर्टिफीशियल ज्वेलरी सहित सेट और अन्य सामान भरा था लेकिन कोरोना के चलते शादियां सीमित हुई तो उसका असर उनके कारोबार पर पडा और सारा माल ऐसे ही रखा हुआ है।
किसी ने लिमिट पर तो किसी ने लिया साहूकार से
व्यापारियों का कहना है कि किसी ने लिमिट पर बैंक से पैसा लिया तो किसी ने साहूकार से तो किसी ने अपनी पत्ती उठाकर सारा पैसा कारोबार में लगा दिया लेकिन अब कारोबार पूरी तरह से ठप्प है।
मिठाई विक्रेता बोले कौन आएगा समोसे खाने
कोरोना का दौर चल रहा है ऐसे में सबसे बडी परेशानी मिठाई विक्रेताओं की है। विक्रेता लाखन का कहना है कि मिठाई के कारोबार से ही घर का खर्चा होता था लेकिन कारोबार पहले की अपेक्षा घटा है और एक बार फिर कोरोना ने मिठाई विक्रेताओं की कमर तोडकर रख दी है। ऐसे में ग्राहक तक उनकी दुकान पर आने में हिचकिचाएंगे।