करैरा। तीन दिन पहले गुरुवार को आमोलपठा में पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में डॉ. आशीष जैन के होम्योपैथिक क्लीनिक गरिमा चिकित्सालय को सील किया था। इस कार्रवाई के बाद करैरा स्वास्थ्य विभाग में चल रही बीएमओ की कुर्सी की खींचतान खुलकर सामने आ गई।
एक दिन बाद ही क्लीनिक के संचालक डॉ.आशीष जैन ने एक वीडियो जारी कर कार्रवाई करने वाले चिकित्सकों पर रुपये मांगने के आरोप लगाए थे। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डॉ. आशीष जैन और उनके स्वजनों पर धमकाने का आरोप लगाया था।
इसके बाद शनिवार को डॉ. आशीष जैन का पंजीयन भी आगामी आदेश के लिए जिले से सीएमएचओ ने निरस्त कर दिया था। अब शनिवार को फिर इस ड्रामे में नया मोड़ आ गया और डॉ. आशीष जैन आरोपों से पलट गए। पूर्व बीएमओ को इसका जिम्मेदार बता दिया।
शनिवार को गरिमा चिकित्सालय के संचालक डॉ. आशीष जैन ने नया वीडियो जारी किया है। इसमें वह कह रहे हैं कि बीएमओ ने उनकी क्लीनिक का निरीक्षण किया था। उस समय रुपये मांगने का जो आरोप लगाया था वह उन्होंने पूर्व बीएमओ डॉ. प्रदीप शर्मा और उनकी पत्नी डॉ. स्वाति शर्मा के कहने पर लगाया था, जो कि गलत है। साथ ही वे अपने सीनियरों से भी इसके लिए माफी मांग रहे हैं।
इस पूरी घटना से स्पष्ट हो रहा है कि बीएमओ का प्रभार बदलने के साथ ही करैरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और स्वास्थ्य विभाग में कुर्सी की खींचतान शुरू हो गई। गत दिनों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई चिकित्सकों के साथ मारपीट की घटना भी अब संदेह के घेरे में आ रही है, इसमें चिकित्सकों ने चार लोगों पर एफआइआर भी दर्ज करा दी थी।
लिखित में भी बीएमओ को दिया माफीनामा
वीडियो जारी करने के साथ ही रिश्वत का आरोप लगाने वाले डॉ. आशीष ने ब्लॉक मेडिकल आफिसर डॉ. बीके रावत के नाम से एक पत्र भी लिखा है। इसमें लिखा है कि डॉ. बीके रावत और डॉ. देवेंद्र खरे ने मेरे क्लीनिक का निरीक्षण किया था और उस दौरान किसी तरह के पैसों की मांग नहीं की गई। उन्होंने लिखा कि पूर्व बीएमओ डॉ. प्रदीप शर्मा और उनकी पत्नी डॉ. स्वाति शर्मा ने मिसगाइड किया था।
इस तरह चला घटनाक्रम
गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अमोलपठा में डॉ. आशीष जैन के क्लीनिक गरिमा चिकित्सालय पर छापा मारा। यहां पर मरीजों को ड्रिप लगाई जा रही थी और एलोपैथी की दवाएं भी थीं, जबकि डॉ. जैन होम्योपैथी चिकित्सक हैं। इसके बाद टीम ने चिकित्सालय को सील कर दिया।
शुक्रवार को डॉ. आशीष जैन ने अपना एक वीडियो वायरल किया जिसमें उन्होंने करैरा के चिकित्सकों पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मेरे पास बोतल चढ़ाने की पात्रता है और सिर्फ वही दवाएं हैं जिन्हें देने की डिग्री मेरे पास है। इसके बाद शाम को सीएमएचओ डॉ. एएल शर्मा ने आदेश निकालकर डॉ.आशीष जैन का पंजीयन आगामी आदेश तक के लिए निरस्त कर दिया।
शनिवार को फिर से डॉ. आशीष जैन ने वीडियो वायरल कर कहा कि उन्होंने रुपये मांगने का आरोप पूर्व बीएमओ डॉ. प्रदीप शर्मा और उनकी पत्नी के कहने पर लगाया। इसके लिए बकायदा एक पत्र भी वर्तमान करैरा बीएमओ को लिखा।