शिवपुरी। जिले में सरकारी आंकडों में भले ही कोरोना की रफ्तार थम गई है। परंतु जिला चिकित्सालय और मेडीकल कॉलेज से निकलने बाली लाशें जिला प्रशासन के आंकडों पर सबाल खडे कर रही है। जिले में कोरोना की पॉजीटिविटी रेट में भले ही कमी आई है। परंतु लाशों में बडा अंतर नहीं आया है।
हालात यह है कि जिला चिकित्सालय और मेडीकल कॉलेज से लगातार लाशें निकल रही है। इस दौरान जिले के ग्रामीण इलाकों में भी लगातार वृद्ध लोगों की बुखार के बाद मौत हो रही है। परंतु इन मौतों को साधारण मौत मानकर इनका कोई लेखा जोखा शासकीय दस्तावेजों में दर्ज नहीं हो रहा है। अगर यह सभी आंकडे सामने आए तो निश्चित तौर पर मृतकों की संख्या बढना तय है।
जानकारी के अनुसार 24 घंटे के में जिले में कोरोना से 8 लोगों की मौत हो गई इनमें एक करैरा निवासी कोरोना संदिग्ध है। जिन लोगों की मौत हुई उनमें पहली मौतर कटोरी बाई रजक उम्र 48 वर्ष निवासी करौंदी ने मेडिकल कालेज में सुबह 8:30 पर कोरोना से जंग हारी।
श्रीमती सकीदा बेगम पत्नि राजू खान निवासी करैरा उम्र 45 ने कोरोना उपचार के दौरान जिला अस्पताल शिवपुरी में कल रात्रि के 9 बजे दम तोड़ दिया। कोरोना का कहर कम नहीं हो रहा आज प्रदीप नामदेव पुत्र रतन चंद्र नामदेव 59 वर्ष निवासी सुभाष कालोनी शिवपुरी ने मेडिकल कालेज शिवपुरी में 6:30 अंतिम सांस ली।
शिवपुरी के उमावि धौलागढ़ की प्राचार्य श्रीमती प्रीति गर्ग ने भी कोरोना के चलते ग्वालियर में दम तोड़ दिया। बताया जाता है कि वे कुछ दिन पूर्व शिवपुरी डीईओ आफिस आई थीं जहां का तमाम स्टाफ पहले से ही पॉजिटिव है इसके बाद उनका स्वास्थ्य बिगड़ा और उन्होंने आज ग्वालियर में अंतिम सांस ली।
श्रीमती सबरा बानो पत्नि रहीस खान निवासी सतनवाड़ा का निधन भी मेडिकल कालेज शिवपुरी में आज हो गया। शिवपुरी के बस स्टैण्ड में बाबा होटल के संचालक प्रदीप नरुला उम्र 60 साल भी आज जिंदगी की जंग हार गए। उनके निधन से शहर में शोक की लहर दौड़ गई।
जबकि करैरा के सेवा निवृत लाइन मेन मोहनलाल सोनी निवासी वार्ड 13 करैरा, का भी निधन हो गया इनको जुकाम खांसी के बाद सांस लेने में समस्या आई और बिना परीक्षण के ही आज इनका निधन हो गया। गुना निवासी दिलीप श्रीवास्तव 35 वर्ष ने कल रात मेडिकल कालेज शिवपुरी में दम तोड़ दिया।