धमेन्द्र शर्मा,पोहरी। दुनिया का सबसे तेज धावक चीता की वह प्रजाति जिसे 1952 में देश में विलुप्त घोषित कर दिया गया था। अब यह चीता शिवपुरी जिले के पोहरी और श्योपुर की सीमा क्षेत्र मे वने कूना नेशनल पार्क में अफ्रिका से आकर दौंडेगा। यह शिवपुरी जिले के पर्यटन को जिंदा करने वाली खबर है।
बताया जा रहा कि इस साल नवंबर में भारत लया जाएगा। मध्यप्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने रविवार को बताया, कूनो नेशनल पार्क में इन अफ्रीकी जानवरों को लाया जाएगा। देश का आखिरी चित्तीदार चीता 1947 में छत्तीसगढ़ में मर गया था और 1952 में इसे विलुप्त घोषित कर दिया गया था। शाह ने बताया, भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्लूआईआई) ने कुछ साल पहले चीतों को फिर से भारत लाने की परियोजना तैयार की थी।
अफ्रीका से चीतों को भारत लाने के लिए पूर्व में विशेषज्ञों के कई दलों के द्वारा कूनो पालपुर का भ्रमण कर यहां के पर्यावास एवं घास के मैदानों को चीतों के लिए पूरे भारत में सबसे अनुकूल पाया गया था। अब भारत सरकार के प्रयास से अफ्रीका के चीते कूनो पालपुर में लाए जाने का रास्ता साफ हो गया है।
इसके अंतर्गत हमने दक्षिण अफ्रीका से पोहरी और श्योपुर जिले के कूनो पर स्थित कूनो नेशनल पार्क में लाई जाने वाली पांच मादा चीतों सहित लगभग 10 चीतों के लिए बाड़ा बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और इसे अगस्त तक पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया, भारत से अधिकारियों को इस साल जून और जुलाई में प्रशिक्षण के लिए दक्षिण अफ्रीका भेजा जाएगा और योजना में चीतों का परिवहन अक्तूबर से नवंबर तक होगा।