शिवपुरी। कोरोना संक्रमण की रफ्तार प्रतिदिन बढती जा रही हैं इस कारण प्रत्येक दिन गाईडलाईन भी बडती जा रही है। अब कोरोना की चैन तोडने के लिए कलेक्टर शिवपुरी ने राजस्व कोर्ट और कोचिंग संस्थान भी लॉक कर दिए हैं। वही मंदिरो पर 5 का नियम भी लागू हो गया। अगर रफ्तार नही थमी तो कलेक्टर शिवपुरी अक्षय कुमार सिंह ओर भी कई कडे नियम लागू कर सकते है।
कोचिंग संस्थान लॉक,आनलाईन होगी पढाई
शहर में 1 सैकड़ा से अधिक कोचिंग संचालक अपनी कोचिंग का संचालन करते हैं। जिनमें छात्र-छात्राओं को अब तक 50% उपस्थिति के साथ कोचिंग में वह पढ़ा रहे थे, लेकिन शहर में बढ़ रहा कोरोना संक्रमण इतना घातक हो गया है कि मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। जिसके चलते प्रशासन ने अब कड़ा नियम लागू किया है। इसके तहत कोचिंग संचालक अपने यहां विद्यार्थियों को नहीं बुला सकेंगे और उन्हें जो भी मार्गदर्शन देना होगा वह ऑनलाइन पढ़ाई के जरिए देंगे।
कोचिंग संस्थान के संचालक बोले
कोचिंग संचालकों का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई से छात्र छात्राओं का इतना ध्यान पढ़ाई पर फोकस नहीं हो पाता जितना आमने-सामने बैठकर होता है। पिछली बार का अनुभव है छात्रों ने जो पढ़ा दिया उसे सुना दिया उन्होंने अपनी ओर से कोई क्वेरी नहीं की, जिससे ऑनलाइन पढ़ाई विकल्प नहीं है।
यदि शासन अनुमति दे दे तो वह 50 छात्रों के बीच 2 गज की दूरी पर प्रत्येक छात्र को बिठाकर मास्क, सेनेटाइजर की सुविधा के साथ कोचिंग संचालन कर सकते हैं, लेकिन प्रशासन इन नियम को मानने तैयार नहीं है। क्योंकि जहां अधिक संख्या हुई वहींं संक्रमण का खतरा है।
सोमवार को कलेक्टर ने आपदा प्रबंधन समूह की बैठक बुलाई
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने कहा कि अब कुछ कठोर फैसलों को लेने की जरूरत है। फिलहाल इस हफ्ते अतिरिक्त लॉकडाउन नहीं लगाया जा रहा है। शुक्रवार शाम छह बजे तक कोई लॉकडाउन नहीं होगा, लेकिन आगामी हफ्ते में खुद को इसके लिए तैयार रखें। इस हफ्ते संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आगामी हफ्ते लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया जा सकता है। यानी इस बार शुक्रवार शाम से जो लॉकडाउन लगेगा वह दो दिन के बजाए पांच दिन तक का हो सकता है।
भावनाओं में बहने का नहीं, जिंदगियां बचाने का समय हैः एसपी चंदेल
बैठक में एक सदस्य ने शादियों में अधिक लोगों की अनुमति देने और 22 से 30 अप्रैल तक लॉकडाउन न लगाने की वकालत की। सदस्य ने शादियों को लेकर भावनात्मक पक्ष रखने लगे, जिस पर एसपी राजेश सिंह चंदेल ने उन्हें टोकते हुए सख्त लहजे में कहा कि यह वक्त भावनाओं से सोचने का नहीं, बल्कि लोगों की जिंदगियां बचाने का है।
शादी का मुहूर्त तो दूसरा भी निकल सकता है, लेकिन यदि किसी की जान चली, तो वह दोबारा वापस नहीं आएगी। 50 लोगों की अनुमति पर्याप्त है और इससे अधिक देना ठीक नहीं। कोरोनाकाल में आज हर आमजन के मन में डर है। लोग नौकरी पर जाने से तक डरते हैं। इसे अभी नहीं रोका गया, तो आने वाले हालत खराब होंगे। कम से कम 31 मई तक हमें संयम रखना ही होगा।
स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की क्या स्थिति है?
हमारे पास आइसीयू में 30 बेड हैं जिनमें 15 पर मरीज भर्ती हैं। सामान्य और आक्सीजन बेडों की कमी नहीं है, लेकिन आइसीयू का 50 प्रतिशत भरा होना चिंता की बात है। चार दिनों में जिला अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट भी शुरू हो जाएगा। मेडिकल हॉस्पिटल में भी तकनीकी विशेषज्ञों की टीम आ गई है जो ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था देख रही है।