शिवपुरी। गर्मी के आते ही शहर के कई हिस्सों में जलसंकट गहरा गया है। 148 करोड की जलावर्धन योजना भी लोगों की दो घूट प्यास नहीं बुझा पाई है जबकि 148 करोड रूपए में अमोला पुल के पास से ओपन पाइप लाइन से ही पानी शरहर तक आ जाता और मोटरों से पानी लिफट कर उसे घसारई में छोड देते और शहर के पुराने हिस्सो में जहां लाइन थी वहां सप्लाई शुरू कर देते और नई लाइन से सप्लाई देते तो शायद लोगों को पानी मिल जाता लेकिन 148 करोड खर्च होने के बाद जनता को तो पानी नहीं मिल रहा है लेकिन सिंध का पानी नालियों की गंदगी जरूर बहा रहा है।
ऐसा ही नजारा आज महल कालोनी से झांसी तिराहा जाने वाले रास्ते पर दिखा जहां रामजीलाल लोहिया के मकान के पास देखने को मिला जहां मडीखेडा की पाइप लाइन फूट गई और सप्लाई किया जाने वाला पानी सडकों पर बहता नजर आया और यह पानी नालियों में जाता रहा और उसके बाद एक निर्माणाधीन प्लॉट में पानी भर गया। इसे देखकर लोगों का कहना था कि सिंध का पानी लोगों की प्यास तो नहीं बुझा सका लेकिन नालियों में गंदगी कई माह से भरी थी पानी के बहाव के साथ वह जरूर बह गई।