आप पूर्व-पॉजिटिव मरीज मरीज है तो आप बन सकते हैं किसी के जीवन के रक्षक, आप है चलती फिरती दवा : कीजिए अपना प्लाज्मा डोनेट - Shivpuri News

Bhopal Samachar
शिवपुरी। अगर आप पूर्व में कोरोना पाॅजीटिव हो चुक हैं और अब स्वस्थय हैं तो आगे आईए आप बन सकत हैं किसी के जीवन रक्षक आप का प्लाज्मा किसी भी कोरोना से संक्रमित मरीज की जान बचा सकता हैं। प्लाज्मा ऐसे ही डोनेट किया जाता हैं जैसे ब्लड।

वर्तमान समय में कोरोना की दूसरी लहर चल रही हैं इस लहर की उंचाई अधिक हैं प्रतिदिन संक्रमित मरीजो का ग्राफ तेली से बढ रहा है,इस कारण कोरोना संक्रमण के कारण मौतो का ग्राफ भी थम नही रहा है। कोरोना संक्रमण के इलाज कई तरिको से किया जा रहा हैं उसमें एक सफल तरिका हैं मरीज को प्लाज्मा लगाना।

इसी कारण रोटरी क्लब शिवपुरी,मेडिकल काॅलेज और जिला चिकित्सालय के सुयक्त प्रयासो से प्लाज्मा डोनेशन कैम्प का आयोजन किया जा रहा हैं। मेडिकल कॉलेज डीन डॉ.अक्षय निगम व मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए.एल.शर्मा' के अनुसार वर्तमान में कोविड से अतिगंभीर मरीजों को बचाने के लिये प्लाज्मा की अत्यधिक आवश्यकता महसूस हो रही हैं।

इसी के मद्देनजर रोटरी क्लब शिवपुरी के द्वारा वर्तमान समय में कोविड से संक्रमित सीरियस मरीजों की जान की रक्षा हेतु सभी उपायों के साथ साथ प्लाज्मा की भी अति आवश्यकता महसूस होने पर।एक प्लाज्मा डोनेशन कैम्प का आयोजन किया जा रहा हैं।

अतः ऐसे लोग जिन्होंने कोरोना से संक्रमित हुए हो और वह कोरोना को हराकर स्वस्थय होगर अपने घर गए हो,अब आप किसी के जीवन रक्षक बन सकते हैं आप अपना प्लाज्मा डोनेट कर सकते है। अगर आप इस जानबचाने के इस महा पुण्य में अपनी भागीदारी चाहते हैं,तो आप इन व्हाट्सएप नम्बर रोटरी क्लब अध्यक्ष अमिताभ त्रिवेदी 9893677813'रोटरी सचिव विकास अग्रवाल 9425429535 पर अपना नाम व जानकारी भेजे।

रोटरी क्लब के अध्यक्ष अमिताभ त्रिवेदी ने बताया कि अभी कैंम्प का समय और दिनांक क्लीयर नही हैं,यह सब निर्भर करता हैं कितने लोगो का डाटा हमारे पास आता हैं या कितने लोग अपना प्लाज्मा डोनेट के लिए आगे आते हैं। उसी हिसाब से कैम्प का दिनांक और स्थान तय होगा। हमने इस कैम्प का प्रसार प्रचार शुरू कर दिया हैं,ऐसे लोग जो पूर्व मे कोरोना संक्रमण का शिकार हुए है ओर इन्होने अपने बल से कोरोना जैसे संक्रमण को हराया हैं वह लोग अपना प्लाम्मा डोनेट कर सकते हैं ओर किसी की जान बचाकर जीवन रक्षक बन सकते हैं।

प्लाज्मा क्या होता है, प्लाज्मा किसी को कोविड-19 से कैसे बचा जा सकता है / What is Plasma Hindi


भारत में कोविड-19 के मरीजों को बचाने के लिए प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग किया जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं लेकिन समस्या यह है कि प्लाज्मा किसी दवा कंपनी द्वारा नहीं बनाया जाता है। यह काफी सीमित मात्रा में उपलब्ध है। दरअसल, प्लाज्मा इंसान के खून का तरल हिस्सा है यहां 91 से 92% पानी से बना और हल्के पीले रंग का होता है यह आपके खून का करीब 55% हिस्सा है बचा हुए 45% में रेड लाइट सेल्स व्हाइट ब्लड सेल्स प्लेटलेट्स होती है।

कॉन्वालेसेंट प्लाज्मा क्या होता है / What is convalescent plasma

कॉन्वालेसेंट प्लाज्मा को हम उधार की इम्यूनिटी भी कह सकते हैं क्योंकि इसे बीमारी से उबर भी सकते है। व्यक्ति के खून से निकालकर मरीज को दिया जाता है इसमें एंटीबॉडीज होती है जो कुछ निश्चित समय के लिए प्लाज्मा से चिपक जाती है और वायरस के दूसरी बार लौटने पर उससे लड़ने के लिए तैयार रहती है।

कॉन्वालेसेंट प्लाज्मा डोनर बनने के लिए जरूरी शर्तें

उम्र 18 वर्ष और पूरी तरह स्वस्थ होना चाहिए। कम से कम 50 किलोग्राम वनज होना चाहिए। कोविड-19 से उबरने के बाद ही कर सकते हैं दान। 14 दिन तक सिम्पटम फ्री होना जरूरी। योग्य डोनर हर 15 दिन में प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं।

प्लाज्मा डोनेशन कैसे होता है / How does plasma donation

कॉन्वालेसेंट डोनेशन प्लाज्मा कोविड-19 से पूरी तरह उबर चुके मरीज ही कर सकते हैं। प्लाज्मा डोनेशन के दौरान व्यक्ति के हाथ से प्लाज्मा निकाला जाता है और सुरक्षित तरीके से कुछ भी सेलाइन के साथ रेड सेल्स वापस डाले जाते हैं। इस प्रक्रिया के कारण यह आम ब्लड डोनेशन से ज्यादा वक्त लेती है। प्लाज्मा को कलेक्ट करने के 6 घंटे के भीतर माइनस - 30 डिग्री सेल्सियस पर जमा या ठंडा किया जाता है तो उसे 12 महीने तक स्टोर कर रख सकते हैं।

प्लाज्मा कौन डोनेट कर सकता / Who can donate plasma

कॉन्वालेसेंट प्लाज्मा केवल उन्हीं लोगों से कलेक्ट किया जाना चाहिए जो ब्लड डोनेशन के लिए योग्य है। अगर व्यक्ति को पहले कोरोनावायरस पॉजिटिव रह चुका है तो ही वे दान कर सकता है।

संक्रमित व्यक्ति कोविड-19 से पूरी तरह उबरने के 14 दिन बाद ही डोनेशन कर सकता है डोनर में किसी भी तरह के लक्षण नहीं होनी चाहिये। डोनर की उम्र 18 साल से ज्यादा और पूरी तरह से स्वस्थ होना चाहिए। आपको मेडिकल एग्जामिनेशन से गुजरना होगा जहां आपकी मेडिकल हिस्ट्री की जांच की जाएगी।