शिवपुरी। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक कोरोना मरीज की मौत हो गई और उसके परिजन उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए शमशान घाट भेजने के लिए अधिकारियों से गुहार लगाते नजर आए।
जब सीएमएचओ डॉ एएल शर्मा वहां पहुंचे तो परिजनों ने उनसे भी गुहार लगाई लेकिन उनका कहना था कि कोरोना मरीज के शव को ले जाने का काम नपा का है और नपा के कर्मचारी ही उसे ले जाएंगे उसका अंतिम संस्कार उनकी देखरेख में होगा।
दो घंटे तक भटकते रहे परिजन
फतेहपुर पर रहने वाले जगराम आर्य ने बताया कि उसके भाई की कोरोना के कारण मौत आज सुबह हो गई, शव को अंतिम संस्कार के लिए हम घंटो से भटक रहे हैं लेकिन नपा की गाडी नही आ रही हैं। सीएमएचओ से बात की तो उन्होने कहा कि मै लाश को कंधे पर ले जाता हूं,उन्होने भी कोई संतुष्टि पूर्वक जबाव नही दिया।
उसके परिजन करीब दो घंटे तक भटकते रहे लेकिन नपा की ओर से कोई कर्मचारी नहीं आया जिसके बाद करीब ढाई घंटे बीत जाने के बाद नपा का अमला आया तब कहीं जाकर कोरोना मरीज के शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया।
नपा कर्मचारी क्यों आते हैं देरी से
यह पहली बार नहीं हैं जब कोरोना मरीज के शव को ले जाने के लिए उनके परिजनों को नपा के अमले का घंटों तक इंतजार करना पडता है क्योंकि कोरोना मरीज के शव को पैकबंद शव वाहन से ले जाया जाता है और अंतिम संस्कार नपा की निगरानी में किया जाता है। इतना ही नहीं उस दौरान गेट पर ताला लगा दिया जाता है जिससे अन्य शव का दाह संस्कार नहीं होता है।
लोगों में फूटता आक्रोश
लोगों का कहना है कि एक ओर तो स्वास्थ्य विभाग और नपा की उदासीनता के चलते लोगों को अब तो अपने कोरोना पीडित परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए भी घंटों इंतजार करना पड रहा है। लोगों का कहना है कि ऐसे में विभागों को आपस में सामंजस्य बैठाना चाहिए जिससे कोरोना मरीजों का समय पर अंतिम संस्कार हो सके।