शिवपुरी। शहर में कोरोना की रफ्तार बढ़ाने के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों के अटेंडर है। अटेंडर समूह के रूप में यहां आते हैं और फिर घर और बाजार में जाकर लोगों को कोरोना परोस रहे हैं। अब ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती के मूड में स्वास्थ्य विभाग आ गया है।
शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अक्षय निगम, जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ राजकुमार ऋषीश्वर ने कोविड-19 वार्ड, आईसीयू फर्स्ट, आईसीयू सेकंड का निरीक्षण कर यह निर्णय लिया कि अब किसी भी कीमत पर अटेंडरों को मरीज के पास नहीं आने दिया जाएगा। हमारे पास मरीज की देखरेख के लिए वार्ड में टीम है। अब जो भी अटेंडर आएं उनके खिलाफ एफआईआर कराई जाए।
दरअसल, मरीज के साथ एक अटेंडर के अलावा अन्य रिश्तेदार भी उन्हें देखने कोविड-19 वार्ड तक पहुंच रहे हैं। भले ही वह मास्क पहने होते हैं। खुद को सुरक्षित लेकर आते हैं। पर अनचाहे और अनजाने में वह अपने मरीज को देखने आने के चलते यहां से कोरोना संक्रमण साथ ले जाते हैं।
फिर यहां से ऑफिस बाजार में जाकर कई लोगों से मेल मुलाकात करते हैं। जिससे कोविड-19 संक्रमण का खतरा रहता है। डीन और सिविल सर्जन ने मेडिकल टीम को व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए।
ऑक्सीजन सप्लाई चेक करने खाली किया कोविड ICU
ऑक्सीजन सप्लाई चेकिंग के लिए जिला चिकित्सालय का आईसीयू कोविड यूनिट खाली किया गया। इसके 2 अहम कारण थे। एक तो यहां संक्रमण की सफाई करनी थी। दूसरा यहां ऑक्सीजन सप्लाई भी चेक होनी थी। ताकि ऑक्सीजन कैसे भी वेस्टेज न हो। इस वार्ड के गंभीर मरीजों को मेडिकल कॉलेज और शेष मरीज को आस पास के कोविड वार्ड में शिफ्ट किया।