शिवपुरी। कोरोना की दूसरी लहर में प्रशासन के पुख्ता दावे हवा मे उड रहे हैं,अपनी बेटी की कोविड 19 की जांच कराने एक पिता को युद्ध सा लडना पडा। काफी प्रयासो के बाद उन्होने अपनी बेटी की कोविड 19 की जांच करा पाए,उन्होने अपनी वेटना सोशल पर पोस्ट करते हुए प्रशासन को सीधे लिखा कि जमीन पर उतर जाओ।
शहर के महल काॅलोनी में निवास करने वाले एलआईसी में कार्यरत रमाकांत त्रिपाठी ने अपनी एफबी पर पोस्ट किया की वाह री सरकार और सरकारी नुमाइदे मेेरी बेटी कोरोना सस्पेक्टेड हैं वह दिल्ली में जाॅब करती हैं,मैं उसे दिल्ली से शिवपुरी लाया और दिल्ली से शिवपुरी में लाते समय सतनवाडा पीएचसी पर जांच कराने गए तो यह कहकर मना कर दिया कि यह हमारा कार्यक्षेत्र नही हैं। जिला अस्पताल पर ड्यूटी डाॅक्टर ने कह दिया किट सीमित है, कमलागंज करोंदी पर पी एच सी ने कह दिया आप हमारे वार्ड नंबर में नही हैं।
जवाहर कालोनी पीएचसी ने कह दिया आप हमारे वार्ड नंबर में नही हैं,जवाहर काॅलोनी पीएचसी ने कह दिया हमारा टाइम खत्म हो गया। घर पर पत्नी कैंसर की मरीज हैं कोरोना सस्पेक्टेड मरीज को घर लेकर कैसे जाए। बडी ही मुश्किल में मेरी बेटी की जांच हुई हैं।
इंदौर से आया युवक कोरोना पाजिटिव होम आइसोलेट
शहर के सिद्धेश्वर इलाके में एक युवक इंदौर से लौटकर आया है और वह कोरोना पाजिटिव है बावजूद इसके उसकी टेस्टिंग नहीं की गई तो मजबूरन उसे होम आइसोलेट होना पडा।
कालोनी के लोग दहशत में
इन दिनों इंदौर, दिल्ली, मुंबई सहित कई अन्य कोरोना हाट स्पॉट से लोग वापस शहर आ रहे हैं। ऐसे में कालोनियों में रहने वाले लोगों को चिंता सता रही है कि टेस्टिंग न होने से यह लोग अपने अपने घरों में हैं लेकिन उनके परिजन बेफिक्र सडकों पर घूम रहे हैं। ऐसे में यह चलते फिरते कोरोना बम कहीं कोरोना का बडा विस्फोट न करा दें।
यह बोले सीएमएचओ
यदि ऐसा मामला है तो यह आपके द्वारा मुझे बताया गया है। मै इस मामले को दिखवाता हूं। कोरोना की टेस्टिंग जिला अस्पताल में हो रही है और यदि किसी ने नहीं की है तो यह लापरवाही है।
डॉ एएल शर्मा, सीएमएचओ शिवपुरी