करैरा। करैरा के ग्राम श्योपुरा में शिव मंदिर में शिवलिंग और परिवार की प्राण प्रतिष्ठा होनी थी जिसके लिए आयोजक रामनिवास तिवारी के द्वारा अनुमति ली गई थी और एसडीएम करैरा के द्वारा अनुमति भी दी गई लेकिन बुधवार की सुबह किसी वृंदावन तिवारी नाम के युवक ने प्रशासन को सूचना दी कि गांव में बडा आयोजन हो रहा है जिसके बाद प्रशासन की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची और कार्यक्रम को रूकवा दिया गया।
जबकि मंदिर पर कार्यक्रम में आयोजकों व पुजारी सहित कुल 9 लोग ही शामिल थे लेकिन प्रशासन ने कार्यक्रम को न करने की बात कही। जबकि आयोजक रामनिवास तिवारी का कहना है कि उनके द्वारा आयोजन को लेकर कोविड के नियमों का पालन किया जा रहा है और उनके घर के ही लोग इस आयोजन में शामिल हुए थे जबकि गांव के लोग शामिल नहीं थे।
पहले अनुमति फिर कहा कार्यक्रम करो रदद
प्रशासन की बात लोगों के समझ से परे है। जब पहले आयोजन की विधिवत परमीशन ली गई थी तब परमीशन कोरोना के नियमों को लेकर ही दी गई थी लेकिन बाद में किसी के शिकायत करने पर प्रशासन अपने दल बल के साथ पहुंचा और कार्यक्रम को रदद करा दिया आखिर यह कहां तक उचित है।
आयोजक बोले, बेटे और बहु व पंडित ही थे मौजूद
आयोजक रामनिवास तिवारी का कहना है कि आयोजन में उनके बेटे बहु व उनकी पत्नी ही शामिल थी और पुजारी मौजूद थे जबकि इसकी उन्होंने परमीशन ली थी लेकिन ऐन समय पर कोई ने भी झूठी शिकायत कर दी कि कार्यक्रम में सैकडों लोग मौजूद हैं जिसके बाद प्रशासन ने कार्यक्रम को रदद करा दिया जबकि मंदिर पर कुल 9 लोग ही मौजूद थे।