शिवपुरी। पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार जिला पुलिस शिवपुरी द्वार पुलिस अधीक्षक शिवपुरी राजेश सिंह चंदेल के मार्गदर्शन मे पुलिस कम्युनिटी हॉल में गंभीर अपराधों की विवेचना मे होने बाली त्रुटियों, परिणाम एवं समाधान विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया,
जिसमे जिले के समस्त थानों के अधिकारी कर्मचारियों को विवेचना के महत्वपूर्ण तथ्यों संभावित गलतियों एवं उनके समाधान, एससी एसटी अपराधों महिला उत्पीडन संबंधी अपराधों सायबर अपराधों के संबंध मे महत्वपूर्ण जानकारियां दी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथी माननीय विशेष न्यायाधीश महोदय श्री उमेश श्रीवास्तव जी ने प्रशिक्षण की शुरुवात करते हुये अनुसंधान के समय होने बाली त्रुटियों को दूर करने के संबंध मे जानकारी दी एवं अनुसंधान मे होने बाली गलतियों का फायदा मुल्जिम को कैसे मिलता है एवं उन गलतियों को कैसे सुधारे पर जानकारी साझा की एवं बताया पुलिस का व्यवहार व कार्यशैली आमजन के प्रति मित्रतापूर्ण होना चाहिये
जिससे फरियादी अपनी समस्या व सूचना निःसंकोच पुलिस को दे सके व अपराधियों मे पुलिस का भय होना चाहिये। एडीजे श्री मनोहर लाला पाटीदार व्दारा बताया गया कि नावालिक के संबंध मे पुलिस व्दारा सीडब्ल्यूसी को सूचित किया जाना चाहिये, बारीकी से मेडीकल कराना चाहिये, नावालिक के कथन लेते समय पुलिस सादा वर्दी मे रहनी चाहिये व कथन माता पिता के समक्ष लेख किये जाने चाहिये ।
पुलिस अधीक्षक शिवपुरी व्दारा अनुसंधान मे होने बाली त्रुटियों एवं उनके सुधार हेतु जानकारी साझा की एवं बताया कि प्रथम सूचना रिपोर्ट लिखते एवं कथन लेख करते समय विडियों ग्राफी आवश्यक रुप से करावायें विवेचना के दौरान किन किन बातों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये ।
बाद थाना प्रभारी एजेके व्दारा समाज के कमजोर वर्ग के प्रति संवेदनशीलता एवं उनके प्रति मानवीय दृष्टीकोण रखते हुये उनकी सुनवाई करना, उनकी रिपोर्ट लिखना एवं संभव मदद कर विवेचना के महत्वपूर्ण पहुलुओ को साझा किया ।
प्रशिक्षण मे पुलिस अधिक्षक शिवपुरी राजेश सिंह चंदेल, विशेष न्यायाधीश महोदय श्री उमेश श्रीवास्तव, एडीजे श्री मनोहर लाला पाटीदार, अति. पुलिस अधीक्षक श्री प्रवीण कुमार भूरिया, डिप्टी रजिस्टारश्री पवन कुमार शंखबार, एडीपीओ श्रीमती प्रीति शंख, एसडीओपी महिला प्रकोष्ठ श्री उमेश गर्ग,रक्षित निरीक्षक भारत सिंह यादव, थाना प्रभारी एजेके एच एल प्रजापति, एवं समस्त थानों से आए आरक्षक से उपनिरीक्षक तक के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।