प्रिंस प्रजापति बैराड। खबर जिले के बैराड उपस्वास्थ्य केन्द्र से आ रही है। जहां बैराड उप स्वास्थ्य केन्द्र लापरवाही का गढ बनता जा रहा है। एक के बाद एक मामले सामने आने के बाद भी प्रशासन वहां पदस्थ डॉक्टर पर कार्यवाही नहीं कर पा रहा है। उक्त डॉक्टर का पहले भी रिश्वत लेने का वीडियों सामने आया था। परंतु आज दिनांक तक इस मामले में कार्यवाही नहीं हुई। जिसके चलते डॉक्टर के हौसले बुलंद है।
आज फिर एक मामला सामने आया है जहां आज गोवर्धन थाना क्षेत्र में दो पक्षों में विबाद हो गया। इस विबाद में अजय बाल्मीक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे परिजन सहित पुलिसकर्मी एमएलसी के लिए बैराड उपस्वास्थ केन्द्र पर लेकर आए। परंतु वहां कोई भी डॉक्टर नहीं मिला। घायल युवक के सिर से लगातार खून निकलता रहा परंतु लगभग 1 घंटे तक अस्पताल में मरीज डॉक्टर का इंतजार करता रहा।
हद तो तब हो गई जब ड्यूटी डॉक्टर का पता किया तो वह अपने घर पर मिले। घायल युवक के सिर से खून वह रहा था। परंतु डॉक्टर अपने कमरे से रूम तक आने तैयार नहीं था। इस युवक के साथ गोवर्धन थाने में पदस्थ आरक्षक भी आया था। परंतु डॉक्टर आने तैयार नहीं हुआ। पहले तो डॉक्टर ने पीडित को यह कहकर भगाने का प्रयास किया कि आप प्रायवेट में किसी से इलाज करा लो। परंतु वहां मौजूद पुलिसकर्मी ने कहा कि यह मामला एमएलसी का है तो ड्यूटी डॉक्टर हरीश आर्य ने अस्पताल में स्वीपर को फोन लगाकर टांके लगाने की बोल दिया।
जिसपर से स्वीपर ने कहा कि उसे तो टांके लगाना ही नहीं आता। तब डॉक्टर ने एक नर्स से टांके लगाने की बोलकर अपने कमरे में चला गया। परिजन और पुलिसकर्मी वहां डॉक्टर के घर के बाहर खडे होकर गेट बजाते रहे। परंतु डॉक्टर ने अपने गेट नहीं खोले।
इनका कहना है
बैराड में दो दो डॉक्टर पोस्टेड है। डॉक्टर को सबसे पहले मरीज को अटैंड करना चाहिए था। परंतु ऐसा नहीं हुआ तो मामले को बारीकी से दिखबा लेता हूं। ऐसा हुआ है तो डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
डॉ एएल शर्मा,सीएमएचओं शिवपुरी।
आज फिर एक मामला सामने आया है जहां आज गोवर्धन थाना क्षेत्र में दो पक्षों में विबाद हो गया। इस विबाद में अजय बाल्मीक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे परिजन सहित पुलिसकर्मी एमएलसी के लिए बैराड उपस्वास्थ केन्द्र पर लेकर आए। परंतु वहां कोई भी डॉक्टर नहीं मिला। घायल युवक के सिर से लगातार खून निकलता रहा परंतु लगभग 1 घंटे तक अस्पताल में मरीज डॉक्टर का इंतजार करता रहा।
हद तो तब हो गई जब ड्यूटी डॉक्टर का पता किया तो वह अपने घर पर मिले। घायल युवक के सिर से खून वह रहा था। परंतु डॉक्टर अपने कमरे से रूम तक आने तैयार नहीं था। इस युवक के साथ गोवर्धन थाने में पदस्थ आरक्षक भी आया था। परंतु डॉक्टर आने तैयार नहीं हुआ। पहले तो डॉक्टर ने पीडित को यह कहकर भगाने का प्रयास किया कि आप प्रायवेट में किसी से इलाज करा लो। परंतु वहां मौजूद पुलिसकर्मी ने कहा कि यह मामला एमएलसी का है तो ड्यूटी डॉक्टर हरीश आर्य ने अस्पताल में स्वीपर को फोन लगाकर टांके लगाने की बोल दिया।
जिसपर से स्वीपर ने कहा कि उसे तो टांके लगाना ही नहीं आता। तब डॉक्टर ने एक नर्स से टांके लगाने की बोलकर अपने कमरे में चला गया। परिजन और पुलिसकर्मी वहां डॉक्टर के घर के बाहर खडे होकर गेट बजाते रहे। परंतु डॉक्टर ने अपने गेट नहीं खोले।
इनका कहना है
बैराड में दो दो डॉक्टर पोस्टेड है। डॉक्टर को सबसे पहले मरीज को अटैंड करना चाहिए था। परंतु ऐसा नहीं हुआ तो मामले को बारीकी से दिखबा लेता हूं। ऐसा हुआ है तो डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
डॉ एएल शर्मा,सीएमएचओं शिवपुरी।