आशीष पाण्डे @ शिवपुरी। देश में जब से भारत के प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान का शुंभारभ किया हैं। लाखो करोडो का बजट केवल स्वच्छता के नाम पर आने लगा है। शिवपुरी नगर पालिका में भी इस अभियान का निर्धारित बजट आता हैं,हजारो कर्मचारी ओर नपा के अधिकारियो के जिम्मे शहर को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी हैं,लेकिन शहर स्वच्छ नही हैं।
हमारे संवाददाता आशीष पांडे ने ग्राउंड जीरो रिर्पोट तैयार की हैं। शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर पर लगे हैं। मप्र शासन की कैबीनेट मंत्री और शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने उदबोधन में कई बार शिवपुरी को स्मार्ट बनाने के लिए कहा हैं। शिवपुरी को स्मार्ट सिटी का दर्जा भी मिल गया हैं,लेकिन सिटी स्मार्ट नही होती दिख रही हैं।
मिनी स्मार्ट सिटी के लिए शिवपुरी नगरपालिका की सकारात्मक भूमिका होनी चाहिए वही शिवपुरी नगरपालिका लगातार मिनी स्मार्ट सिटी को पीछे खींचते हुए नजर आ रहे हैं।
कई जगह नगरपालिका ने शौचालय बनाए थे जो कि खंडहर में तब्दील हो चुके हैं और अब वह नशे का भी अड्डा बनते जा रहे हैं आसपास रहने वाले लोग इन अड्डों से काफी परेशान हैं स्थानीय लोगों ने नगरपालिका को आवेदन देने के बावजूद भी स्थिति जस की तस बनी हुई हैं।
अब जिले में गंदगी का अंबार के चलते जिले में सूअरों का भी आतंक देखने को मिल रहा है जहां लोग सूअरों की आतंक से लगातार परेशान नजर आ रहे हैं। देखिए यह फोटो जो स्मार्ट सिटी पर दाग लगाने जैसे काम कर रहे हैं।