शिवपुरी। शिवपुरी में एक मात्र सरकारी खर्चे पर संचालित गोशाला में आधा दर्जन गायो की भूख से तडप—तडप कर मौत होने की खबर आ रही हैं। नपा को इस मामले की सूचना मिलने पर उन्है पीएम कराए ही एक हिटैची मे भरकर फिकवा दिया। बताया जा रहा हैं कि गोंवश के आहार में भी नपा भ्रष्टाचार कर रही हैं और इन गायो को मिट्टी युक्त भूखा खिला रही हैं।
पिछले साल किसी तरह चालू हुई इस गोशाला के संचालन का जिम्मा नगर पालिका को सौंप दिया है। लेकिन इस गोशाला का संचालन ठीक से नहीं हो पा रहा है। गोशाला में रखी गईं गायों की ठीक से देखभाल तो दूर उन्हें खिलाने के लिए भूसा ही मिट्टी मिला खरीदा जा रहा है। सड़ा हुआ भूसा गाय को दिया जा रहा है।
इस भूसे काे गायें खा नहीं रही हैं। इसलिए दो दिनों के भीतर छह गायों की मौत हो गई। भूसे का वजन बढ़ाने के लिए मिट्टी मिलाई गई। हालांकि शुक्रवार को तीन लाख रुपए का चेक कलेक्टर द्वारा नगर पालिका काे जारी किया गया। ताकि गोवंश को भूसे व दाने की व्यवस्था हो सके।
गोशाला में रखी गईं बीमार गायों ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया। सरकार से मोटी तनख्वाह लेने वाले डॉक्टर भी गोवंश की जिंदगी बचाने नहीं पहुंच रहे। लॉक डाउन की वजह से घरों कैद कुछ गोसेवक युवक गोशाला पहुंचे तो हालात देखकर दंग रहे। युवकों ने दावा किया है कि जिन गायों की मौत हुईं, उनका पीएम तक नहीं कराया गया। नगर पालिका ने जेसीबी से मृत गायों काे उठाकर दूर मैदान में फिंकवा दिया।
मिट्टी मिले भूसे का सैंपल लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे युवक, आनन फानन में हटाया
गायों को खिलाने के लिए नगर पालिका द्वारा सड़ा और मिट्टी मिला भूसा भेजा था। गुरुवार को इस भूसे के सैंपल लेकर राजकुमार राठौर, राजू राठौर, दीपेंद्र राठौर, अवधेश शिवहरे पहले नगर पालिका पहुंचे। यहां अधिकारी बरगलाते रहे। ठोस समाधान नहीं निकला तो युवक कलेक्टोरे पहुंचे। मीटिंग के चलते कलेक्टर से बात नहीं हो सकी। गार्डों ने भगा दिया। बाद में फेसबुक पर फोटो डालकर गोशाला की हकीकत सार्वजनिक करनी पड़ी।
भाजयुमो नगर मंडल अध्यक्ष ने 12 क्विंटल भूसा खरीदकर भेजा:
गायों की दुर्दशा की जानकारी लगने पर भाजयुमो नगर मंडल अध्यक्ष गिर्राज शर्मा ने शुक्रवार की सुबह 12 क्विंटल भूसा 3600 रुपए में खरीदकर ट्रैक्टर-ट्रॉली से गोशाला भिजवाया। अच्छा भूसा मिलने पर भूखा गोवंश हौदी में सानी खाने के लिए झुंड में उमड़ पड़ा।
इस दाैरान सांड के हमले से गाय गिर गई और पैर फंसने से सिर पटकने लगी। युवकों ने उसे किसी तरह उठाकर अलग किया। यहां गाय और सांडों तक को अलग-अलग नहीं रखा जा रहा। गाय का एक बछड़ा भी दोपहर 1 बजे तड़प तड़पकर मर गया।
प्रति गाय 20 रु. खर्च हो रहा, फिर भी ऐसी दुर्दशा?
गोवंश के लिए प्रदेश सरकार हर दिन प्रति गाय 20 रुपए का खर्च वहन कर रही है। फिर भी गोवंश की ऐसी दुर्दशा हो रही है? 20 रु. में गाय को 15 रु. का भूसा और 5 रु. का दाना रहता है। गोशाला में वर्तमान में 170 गोवंश है, जिसके मान से 1 लाख रुपए प्रति माह का खर्चा आ रहा है। यह रकम कहां और कैसे खर्च हो रही है, कोई हिसाब-किताब देने वाला नहीं है।
गोशाला में खरीदे भूसे के मामले में जांच कराएंगे
गोशाला की गायों के लिए नगर पालिका किस तरह का भूसा खरीद रही है, इस मामले की जांच कराएंगे। यदि गडबड़ी है तो मामले में कार्रवाई करेंगे। गायों को भूसा व दाना खरीदने के लिए तीन लाख रुपए का चेक जारी कर दिया है।
अनुग्रहा पी.,कलेक्टर शिवपुरी
पिछले साल किसी तरह चालू हुई इस गोशाला के संचालन का जिम्मा नगर पालिका को सौंप दिया है। लेकिन इस गोशाला का संचालन ठीक से नहीं हो पा रहा है। गोशाला में रखी गईं गायों की ठीक से देखभाल तो दूर उन्हें खिलाने के लिए भूसा ही मिट्टी मिला खरीदा जा रहा है। सड़ा हुआ भूसा गाय को दिया जा रहा है।
इस भूसे काे गायें खा नहीं रही हैं। इसलिए दो दिनों के भीतर छह गायों की मौत हो गई। भूसे का वजन बढ़ाने के लिए मिट्टी मिलाई गई। हालांकि शुक्रवार को तीन लाख रुपए का चेक कलेक्टर द्वारा नगर पालिका काे जारी किया गया। ताकि गोवंश को भूसे व दाने की व्यवस्था हो सके।
गोशाला में रखी गईं बीमार गायों ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया। सरकार से मोटी तनख्वाह लेने वाले डॉक्टर भी गोवंश की जिंदगी बचाने नहीं पहुंच रहे। लॉक डाउन की वजह से घरों कैद कुछ गोसेवक युवक गोशाला पहुंचे तो हालात देखकर दंग रहे। युवकों ने दावा किया है कि जिन गायों की मौत हुईं, उनका पीएम तक नहीं कराया गया। नगर पालिका ने जेसीबी से मृत गायों काे उठाकर दूर मैदान में फिंकवा दिया।
मिट्टी मिले भूसे का सैंपल लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे युवक, आनन फानन में हटाया
गायों को खिलाने के लिए नगर पालिका द्वारा सड़ा और मिट्टी मिला भूसा भेजा था। गुरुवार को इस भूसे के सैंपल लेकर राजकुमार राठौर, राजू राठौर, दीपेंद्र राठौर, अवधेश शिवहरे पहले नगर पालिका पहुंचे। यहां अधिकारी बरगलाते रहे। ठोस समाधान नहीं निकला तो युवक कलेक्टोरे पहुंचे। मीटिंग के चलते कलेक्टर से बात नहीं हो सकी। गार्डों ने भगा दिया। बाद में फेसबुक पर फोटो डालकर गोशाला की हकीकत सार्वजनिक करनी पड़ी।
भाजयुमो नगर मंडल अध्यक्ष ने 12 क्विंटल भूसा खरीदकर भेजा:
गायों की दुर्दशा की जानकारी लगने पर भाजयुमो नगर मंडल अध्यक्ष गिर्राज शर्मा ने शुक्रवार की सुबह 12 क्विंटल भूसा 3600 रुपए में खरीदकर ट्रैक्टर-ट्रॉली से गोशाला भिजवाया। अच्छा भूसा मिलने पर भूखा गोवंश हौदी में सानी खाने के लिए झुंड में उमड़ पड़ा।
इस दाैरान सांड के हमले से गाय गिर गई और पैर फंसने से सिर पटकने लगी। युवकों ने उसे किसी तरह उठाकर अलग किया। यहां गाय और सांडों तक को अलग-अलग नहीं रखा जा रहा। गाय का एक बछड़ा भी दोपहर 1 बजे तड़प तड़पकर मर गया।
प्रति गाय 20 रु. खर्च हो रहा, फिर भी ऐसी दुर्दशा?
गोवंश के लिए प्रदेश सरकार हर दिन प्रति गाय 20 रुपए का खर्च वहन कर रही है। फिर भी गोवंश की ऐसी दुर्दशा हो रही है? 20 रु. में गाय को 15 रु. का भूसा और 5 रु. का दाना रहता है। गोशाला में वर्तमान में 170 गोवंश है, जिसके मान से 1 लाख रुपए प्रति माह का खर्चा आ रहा है। यह रकम कहां और कैसे खर्च हो रही है, कोई हिसाब-किताब देने वाला नहीं है।
गोशाला में खरीदे भूसे के मामले में जांच कराएंगे
गोशाला की गायों के लिए नगर पालिका किस तरह का भूसा खरीद रही है, इस मामले की जांच कराएंगे। यदि गडबड़ी है तो मामले में कार्रवाई करेंगे। गायों को भूसा व दाना खरीदने के लिए तीन लाख रुपए का चेक जारी कर दिया है।
अनुग्रहा पी.,कलेक्टर शिवपुरी