आरोप: करैरा से रैफर होकर आई प्रसूता दर्द से कराहती रही, नर्स ने फटकारते भगा दिया / Shivpuri News

Bhopal Samachar
खुश्वू शिवहरे@ शिवपुरी। खबर लापरवाही के ब्रांड बन चुके जिला अस्पताल की है जहां हर रोज लापरवाही होती ही रहती हैं, जिसके चलते लापरवाही का एक और मामला जिला चिकित्सालय से सामने आया है। जहां गर्भवती महिला डिलीवरी होनी थी लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के चलते कोई भी नर्स डिलीवरी करने के लिए महिला के पास नहीं आई। जिला अस्पताल में महिला की कोई सुध नहीं आया, जिससे महिला को भारी मात्रा में ब्लडिंग हुई जिसके बाद महिला की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार गौरव पुत्र कृष्णगोपाल सक्सैना उम्र  28 वर्ष निवासी कोर्ट के सामने वार्ड क्रंमाक 03 पुरानी टंकी के पास करैरा अपनी पत्नी रुचि सक्सेना उम्र 25 वर्ष की प्रेगनेंसी की डिलीवरी होनी थी, जिसके चलते 1 मई को गौरव उन्हें करैरा अस्पताल में लेकर गए।

लेकिन करैरा अस्पताल में उचित सुविधा ना होने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने रुचि को शिवपुरी जिला चिकित्सालय में रेफर करने को कहा, जब रुचि के परिजनों ने एंबुलेंस की कहा तो अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि उनके यहां फिलहाल में एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं है अगर गौरव को अपनी पत्नी को जिला चिकित्सालय शिवपुरी में रेफर करना है तो डेढ़ घंटे का इंतजार करना पड़ेगा। जिसके बाद गौरव निजी वाहन से पत्नी रुचि को जिला अस्पताल लेकर आए, रुचि के साथ उनकी आशा कार्यकर्ता रितु भार्गव करैरा से साथ में आई थी।

बीते 2 मई की रात करीब 10:30 बजे को रुचि को बहुत तेज दर्द होने लगा जहां गौरव ने अस्पताल की नर्स प्रियंका और योग्यता से कहा कि रुचि को बहुत तेज दर्द हो रहा है, लेकिन नर्सों ने कहा कि ऐसा दर्द तो होता ही रहता है इनकी डिलीवरी बीते 2 मई को नहीं होगा सुबह 3 मई को हो पाएगी। जिसके बाद रुचि का दर्द और बढ़ता ही गया और उन्हें ब्लीडिंग होने लगी। जिसके चलते आशा कार्यकर्ता रितु भार्गव ने नर्स प्रियंका और योग्यता से कहा कि मैडम रुचि का बच्चा बाहर आने लगा है और उन्हें काफी ब्लीडिंग भी हो रही है।

जिसपर नर्स प्रियंका और योग्यता ने बात अनसुनी कर दी और रितु भार्गव से अभद्रता से बात करते हुए कहने लगीं की नर्स हम हैं या तू है, हम जानते हैं हमें क्या करना है, जिसके चलते रुचि की हालत और गंभीर होती चली गई और उनका काफी ब्लड वह चुका था। तब कहीं जाकर प्रियंका और योग्यता मैडम ने कुछ सुध ली और जहां रुचि की नॉर्मल डिलीवरी होनी थी तो लेकिन लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।

कुल मिलाकर जिला अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मरीजों के साथ हो रही लापरवाही दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। जिला चिकित्सालय में नर्सो के इस व्यवहार के चलते किसी दिन बडी घटना तय है।