पिछोर। खबर जिले के पिछोर अनुविभाग के सुजावनी गांव से आ रही हैं जहां सोमवार को नाबलिग की शादी होने की सूचना पर प्रशासन की टीम वहां पहुंची और इस शादी को रूकवाकर वचन पत्र भरावाकर टीम वापस लौट आई। लेकिन बताया जा रहा हैं जैसे ही प्रशासन की टीम ने गांव से निकली,परिजनो ने नाबलिग किशोरी की शादी कर उसे विदा कर दिया।
शादी रुकी है या नहीं, इसे लेकर संबंधित टीम ने दूसरे दिन गांव जाकर सुध नहीं ली। जबकि पूरे क्षेत्र में नाबालिग की शादी होने की चर्चाएं हैं। इस संबंंध में सीडीपीओ अरविंद तिवारी से बात की तो उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। कहने लगे कि इस बारे में कल बात करुंगा।
हालांकि महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल का कहना है कि काउंसिलिंग के बावजूद भी यदि नाबालिग की शादी हुई है तो संबंधित परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे।
1098 पर चाइल्ड लाइन को मिली थी सूचना
पिछोर के सुजावनी गांव में बाल विवाह को लेकर किसी ने डायल 1098 पर सूचना दे दी थी। इसके बाद विभाग की टीम गांव पहुंची थी। खुदी सीडीपीओ अरविंद तिवारी ने किशोरी के परिजनों से बातचीत की। काउंसलिंग कर परिजनों से वचन पत्र भी भरवाए, जिसमें उन्होंने नाबालिग लड़की की शादी ना करने का आश्वासन दिया था।
यदि सीडीपीओ ने विशेष ध्यान दिया होता तो शादी रुक सकती थी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के जरिए भी सूचना नहीं मिलना, बड़ा सवाल खड़ा होता है। बताया जा रहा है कि ग्वालियर के बस्तर के रहने वाले भानुसिंह नामक युवक से नाबालिग की शादी हुई है।
सीडीपीओ को निर्देश देकर केस दर्ज कराएंगे
पिछोर में 17 साल की नाबालिग की शादी रुकवाने के लिए टीम गई थी। शादी हो चकी है तो सीडीपीओ को निर्देश देकर संबंधित लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे। नाबालिग की शादी नहीं करने का वचन पत्र भी परिजनों ने भरकर दिया था।
देवेंद्र सुंदरिया, डीपीओ, महिला एवं बाल विकास विभाग शिवपुरी