शिवपुरी। शहर में इन दिनों शराब की दुकान पर आबकारी विभाग व पुलिस के अधिकारियों की कथित मिलीभगत से शराब के ठेकेदार एमआरपी रेट से ज्यादा रेट पर शराब की बिक्री कर अपनी जेबें भर रहे है इनकी और से लम्बे समय से प्रिंट रेट से ज्यादा रुपये लेकर आम लोगो को कोरोना काल में लूटने लगे है लेकिन इनके खिलाफ ना ही आबकारी विभाग ना ही पुलिस प्रशासन कोई कार्यवाही कर रहा है। ऐसे में इनकी मिली भक्ति से इनकार नही किया जा सकता।
जानकार बताते है की इन शराब ठेकेदारों द्धारा महँगे दामों में दुकान खरीदकर सरकार को भी करोड़ों रुपयों का चूना लगा रहे है और आबकारी विभाग के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए शराब के ठेकेदार तय कीमत से काफी अधिक दाम पर शराब की बिक्री कर रहे हैं। इनकी और से प्रिंट रेट से 20 रुपये से लगाकर 100 रुपये ज्यादा वसूल कर रहे है।
वही सरकार के नियमानुसार दुकान पर रेट लिस्ट का बोर्ड भी लगा हुआ नहीं है ग्राहक ज्यादा रेट की बात करने पर सेल्समैन उसके साथ झगडे पर उतारू हो जाता है। जिसके चलते ग्राहक ज्यादा कूछ नही कहने में अपनी भलाई समझते है। इसके पीछे का मुख्य कारण यह हैं कि लगभग दो माह पूर्व हुए ठेके के कारण जब से शराब की दुकानें बंद चली आ रही हैं।
जिससे ठेकेदार अपना घाटा इस तरह पूरा करना चाह रहा हैं। जिसकी जानकारी स्थानीय आबकारी अधिकारियों को होने के बाद भी इन ठेकेदारों के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं की जाती हैं। इतना ही नहीं अंग्रेजी व देशी शराब की दुकाने देर रात तक खुली रहती है सरकार द्वारा शराब की दुकानें रात्रि सात बजे बंद करने के आदेश जारी कर रखे हैं।
इन आदेशों की अवहेलना करना इनके लिए आम बात है कस्बे में स्थित दुकानों के संचालक देर रात तक शराब की दुकानों को खुली रखती हैं। लोगों का कहना है कि शराब ठेकेदारों की आबकारी विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत होने से अधिकारी ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
यहीं नहीं देर रात तक खुलने वाली इन दुकानों पर आसानी से शराब मिल जाने से कस्बे में शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है। जबकि जिलाधीश के सख्त निर्देश हैं कि सुबह 10 बजे से 7 बजे तक ही दुकानें खोली जाएंगी। इतना ही नहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाए लेकिन शहर में इस समय किसी भी शराब की दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा हैं।
आबकारी विभाग की ओर से कठोर कार्रवाई नहीं होने के कारण बेखौफ होकर शराब ठेकेदार आबकारी नियमों को ताक में रख रहे हैं।आबकारी नियमों के अनूसार शराब की दुकान सुबह 10 बजे से रात 7 बजे तक खुली रखने के निर्देश दियें हुए है। लेकिन ये ठैकेदार बेखोफ सवेरे 9 बजे से दुकान खोल देते है,और देर रात तक खुले आम शराब बेचतें है और ग्रामीणों से अधिक राशी वसुलते है।
लेकिन इन ठैकेदारो पर नकेल कसनें को कोई भी विभाग के अधिकारी तैयार नहीं है दूसरी और जिले मे जहरीली शराब भी शहर की नजदीक क्षेत्रों में खुलेआम मिल रही हैं। इसके बाबजूद भी आबकारी विभाग व पुलिस कुम्भ करनी नीद मे सो रहे है। ये ही हालत रहे तो किसी भी बड़ी घटना से इनकार नही किया जा सकता।