कहीं कलारी से बट ना जाए CORONA, रोकने की कोशिश में आबकारी उपनिरीक्षक सस्पैंड

Bhopal Samachar

शिवपुरी। इस समय क्या शासन क्या प्रशासन और इस देश का हर नागरिक कोरोना से सीधी फाईट कर रहा हैं। प्रत्येक सरकारी कर्मचारी पूरी ईमानदारी से अपना काम कर रहे हैं,लेकिन शिवपुरी के आबकारी विभाग में आज उल्टा हो गया। कही कलारी से कोरोना ना बट जाए रोकने की कोशिश में विभाग ने ईनाम स्वरूप संस्पैड कर दिया हैं।

लॉकडाउन के लगभग 45 दिन बाद आज से जिले में शराब की दुकाने खुली हैं। इस बार जिले का ठेका चैंज हुआ हैं और मप्र की प्रसिद्ध कंपनी सोमडिस्लरी ने अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया हैं।

जैसा कि विदित हैं कि इस समय देश में कोरोना काल चल रहा हैं बाहरी व्यक्तियो का जिले में अवैध प्रवेश वर्जित हैं। अगर कोई व्यक्ति शासन की अनुमति लेकर आता हैं तो उसे स्वास्थय परिक्षण करना अति आवश्यक हैं,ओर उसे 14 दिन तक हॉम क्वारेटाईन होना होगा। लेकिन आज से ही जिले के शराब ठेकेदार ने अपनी शराब की दुकाने खोली हैं,ओर इस कंपनी का पूरा स्टाफ बाहरी हैं।

जानकारी के अनुसार आज से जिले में नए ठेकेदार सोम डिस्लेरी को अपनी दुकानें प्रारंभ करने के आदेश मिले है। जिसके चलते आज पूरे जिले में दुकानें प्रारंभ करने की तैयारी में सोम डिस्लैरी ग्रुप जुटा हुआ है। बताया जा रहा है कि इसी के चलते आज पिछोर ओर कोलारस में तहसील में भी दुकाने संचालित करनी थी।

पिछोर और कोलारस में टोटल 42 दुकाने हैं,17 कोलारस और 25 पिछोर में हैं। सोम डिस्लरी ने इन दुकानो के चार्ज के लिए इस कंपनी ने सात लोगो को पावर आफ अटौनी लेकर चार्ज के लिए भेजा हैं। बताया जा रहा हैं कि जब इन लोगो ने फोन पर कोलारस ओर पिछोर की इन दुकानो को चार्ज लेने उपनिरीक्षक अनिरूद्ध खानवलकर को फोन लगाया ओर दुकानो की चार्ज की बात की तो,उपनिरिक्षक ने कहा कि चार्ज आकर ले लो। मैं पिछोर में ही हूं।

लेकिन चार्ज लेने से पहले कोविड 19 के नियमो का पालन करना होगा। और स्वास्थय परिक्षण की रिर्पोट के बाद ही दुकानो का चार्ज दिया जाऐगा। इस बात पर कंपनी ने अनिरूद्ध् खानवलकर के उपर प्रेशर बनाना शुरू कर दिया। जब वे नही माने तो भोपाल स्तर से प्रेशर बनवाकर जिला आवकारी अधिकारी शिवुपरी से सस्पैंड करा दिया।

बताया जा रहा हैं कि अनिरूद्ध खानवलकर को संस्पैड कराने के लिए पूरा ताना बाना बुना गया हैं। दुकानो के चार्ज न देने के लेकर एक विधिवत शिकायत कराई गई है और तत्काल संस्पैड भी कर दिया गया। अब सीधे—सीधे कह सकते हैं कि कोविड 19 के नियमो को फ्लो करने पर एक अधिकारी को शाहिद कर दिया।

देश की सरकार प्रदेश की सरकार हर किमत पर कोरोना के संक्रमण को रोकना चाहते हैं। प्रत्येक विभाग की कोविड 19 की रोकथाम के लिए गाईड लाईन जारी की हैं। इस पूरे मामले में एक सवाल बनता हैं कि शराब की दुकानो का चार्ज लेने पावर आफ अटौनी लेकर बहारी व्यक्ति आए है तो स्वास्थय परिक्षण अतयंत आवश्यक हैं।

अगर इस मामले पर गौर करेे तो इन लोगो के ई पास जारी नही हुए हैं। अगर होते तो इनका स्वास्थय परिक्षण अवश्य हूुआ होता। यह सभी व्याक्ति इंदौर और भोपाल के बताए जा रहे हैं जो अनाधिकृत रूप से शिवपुरी में प्रवेश किए हुए हैं,इन सभी लोगो पर मामला दर्ज होना चाहिए,लेकिन ऐसा नही हुआ,बल्कि कोरोना को रोकने का प्रयास करने वाले को ही रास्ते से हटा दिया।

इगर इस अधिकाराी ने कोविड 19 कि नियमो का पालन करने और करवाने को कहा है तो ईमानदारी पर सजा कहा का नियम हैं अगर इन व्यक्तियो में एक भी संक्रमित हुआ तो कुछ भी हो सकता हैं।