खनियाधाना। खबर जिले के खनियांधाना के ग्राम गूडर से आ रही है। जहां बीती रात्रि एक 3 साल के मासूम की पानी के टब में डूबने से मौत हो गई जिसके बाद शनिवार को उसके शव को दफनाने के लिए परिजन जब कब्रिस्तान की भूमि पर पहुंचे तो वहां रहने वाले कम्मोद अहिरवार ने बताया कि यह जमीन अब उसकी है और अब यहां किसी को दफनाया नहीं जाता है।
जिसके बाद मामले की जानकारी ग्रामीणों को लगी तो वह मौके पर पहुंच गए और शव दफनाने का विरोध करने लगे जिसके बाद मौके पर पुलिस और तहसीलदार को जाना पड़ा। जिसके बाद कम्मोद की बात एसडीएम से करवाई गई लेकिन कम्मोद और अन्य ग्रामीण मासूम के शव को दफनाने से इंकार करते रहे। एसडीएम के निर्देश दिए हैं कि उक्त भूमि की जांच कराने के निर्देश दिए।
जानकारी के अनुसार गूडर के रहने वाले शहजाद खान के 3 साल के मासूम की पानी के टब में खेलते समय डूबने से मौत हो गई थी। जिसके बाद मासूम के शव को कब्रिस्तान की भूमि पर जब दफनाने के लिए परिजन पहुंचे तो वहां कम्मोद अहिरवार पहुंचा और बताया कि यह जमीन उसकी हैं न कि कब्रिस्तान की।
जबकि अन्य लोगों का कहना था कि यह भूमि कब्रिस्तान की हैं लेकिन कम्मोद मानने को तैयार नहीं था और देखते ही देखते वहां ग्रामीण एकत्रित हो गए और शव को दफनाने का विरोध् करने लगे। जिसके बाद मौके पर तहसीलदार और पुलिस को मौके पर जाना पड़ा।
जिसके बाद कम्मोद की बात एसडीएम उदय सिकरवार से भी करवाई गई लेकिन ग्रामीण व कम्मोद शव दफनाने का विरोध करने लगे। जिसके बाद एसडीएम उदयसिंह सिकरवार ने जमीन की जांच करने के निर्देश तहसीलदार को दिए और कहा कि यह जमीन कब्रिस्तान की हैं या फिर कम्मोद की इसकी जांच की जाए। बाद में मासूम के शव को एक दूसरे खेत में दफनाया गया।