शिवपुरी। कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए ट्रेनों से लेकर बस सेवा तक बंद है। बसों के पहिए 22 मार्च थमे हुए हैं। ऐसे में परिवहन विभाग ने 30 अप्रैल को आदेश जारी किया है। जिसमें बसों का मासिक व त्रैमासिक कर जमा कराने को कहा है। विभाग ने कर जमा करने की आखिरी तारीख 15 मई दी है। लेकिन शिवपुरी जिले के बस ऑपरेटर कर जमा करने से इनकार कर रहे हैं।
बस ऑपरेटरों का कहना है कि 22 मार्च से उनकी बसें चलना बंद हो गईं हैं। ऐसे में उन्हें भी कर माफी में छूट दी जाए। बस ऑपरेटर यूनियन शिवपुरी ने शुक्रवार को पोहरी बस स्टैंड पर बैठक रखी। बैठक में मुख्यमंत्री से जून 2020 तक का कर माफ करने का आग्रह किया है। बस ऑपरेटर यूनियन के लोगों का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण हमारी बसों का संचालन बंद है।
ऐसी स्थिति में कर जमा नहीं कर सकते। जून 2020 तक का टैक्स माफ किया जाए। साथ ही बीमा अवधि भी बढ़ाई जाए। बसें बंद होने से आय का जरिया पूरी तरह रुका हुआ है। शिवपुरी से ग्वालियर व गुना चलने वालीं हर बस का प्रतिदिन एक हजार रुपए कर देना पड़ता है। बसें खड़ी रहने पर हर माह एक बस का स्पेयर टैक्स 10 हजार 300 रुपए जमा करने का प्रावधान है।
लॉकडाउन खुलने के बाद कलेक्टर से मिलेंगे बस ऑपरेटर
यूनियन अध्यक्ष रणवीर सिंह यादव, बस ऑपरेटर मुकेश सिंह चौहान, रघुवीर सिंह चौहान, शिराज तोमर आदि का कहना है कि लॉक डाउन खुलने के बाद कलेक्टर से मिलेंगे। टैक्स माफ करने के संबंध में बातचीत कर ज्ञापन सौंपेंगे। अध्यक्ष रणवीरसिंह का कहना है कि छत्तीसगढ़ और गुजरात सरकार ने टैक्स माफ कर दिया है। लेकिन मप्र सरकार भी टैक्स माफ करे।
एक माह का स्पेयर टैक्स 30.90 लाख रुपए होता है
बस ऑपरेटरों ने बताया कि शिवपुरी जिले में करीब 300 बसें संचालित होती हैं। इन बसों का एक महीने का का स्पेयर टैक्स करीब 30.90 लाख रुपए होता है। तीन महीने का स्पेयर टैक्स करीब एक करोड़ रुपए रहेगा।