पोहरी। खबर जिले के पोहरी क्षेत्र से आ रही है। जहां जिला प्रशासन के दावों की पोल उस समय खुल गई जब पोहरी में भूख से बिलखते मासूम मिले। जिन्हें जिला प्रशासन द्धारा भोजन व्यवस्था तक उपलब्ध नहीं कराई। यह जमदूर कल से रीवा जिले से चले है। जो इस समय पोहरी में रूके हुए है। प्रशासन खाने पीने की व्यवस्थाओं का दाबा तो कर रहा है। परंतु इन्हें अभी तक भोजन उपलब्ध नहीं करा पाया है प्रशासन।
जानकारी के अनुसार लगभग 60 सदस्यीय यह दल मध्यप्रदेश के रीवा से कल से चला है। इस दल को शिवपुरी जिले के पोहरी के ग्राम उमरी भिडौली गांव में पहुंचना है। जिसके चलते बस इन्हें लेकर पोहरी आ गई। जहां प्रशासन ने एक शासकीय स्कूल मे इन्हें रूकने का इंतजाम तो कर दिया। परंतु प्रशासन की तरफ से 2 बजे तक इन लोगों को भोजन प्रशासन उपलब्ध नहीं करा पाया है। इस दल में मजदूरों के साथ साथ उनके छोटे छोटे बच्चे भी शामिल है। इन मजदूरों में आई महिला विसोदी ने बताया कि वह कल से चले है। परंतु अभी तक खाना नहीं मिला है।
दूसरे मजदूर शिशुपाल ने बताया है कि वह कल से चले है। जहां रास्ते में प्रशासन की ओर से बस को कही भी नहीं रोका गया। यह मजदूर पूरी रात से सफर कर रहे है। इनके साथ छोटे छोटे बच्चे भी है। जिन्हें खाना तक नहीं मिला।
जानकारी के अनुसार लगभग 60 सदस्यीय यह दल मध्यप्रदेश के रीवा से कल से चला है। इस दल को शिवपुरी जिले के पोहरी के ग्राम उमरी भिडौली गांव में पहुंचना है। जिसके चलते बस इन्हें लेकर पोहरी आ गई। जहां प्रशासन ने एक शासकीय स्कूल मे इन्हें रूकने का इंतजाम तो कर दिया। परंतु प्रशासन की तरफ से 2 बजे तक इन लोगों को भोजन प्रशासन उपलब्ध नहीं करा पाया है। इस दल में मजदूरों के साथ साथ उनके छोटे छोटे बच्चे भी शामिल है। इन मजदूरों में आई महिला विसोदी ने बताया कि वह कल से चले है। परंतु अभी तक खाना नहीं मिला है।
दूसरे मजदूर शिशुपाल ने बताया है कि वह कल से चले है। जहां रास्ते में प्रशासन की ओर से बस को कही भी नहीं रोका गया। यह मजदूर पूरी रात से सफर कर रहे है। इनके साथ छोटे छोटे बच्चे भी है। जिन्हें खाना तक नहीं मिला।